
राजस्थान के प्रसिद्ध खाटूश्याम मंदिर के बाहर एकादशी के मौके पर सोमवार सुबह भगदड़ मच गई। हादसे में 3 महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 4 लोग घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब सुबह 5:00 बजे के करीब मंदिर के पट खुले थे। वहीं मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और मंदिर कमेटी के गार्ड्स ने व्यवस्था संभाली और सभी घायलों को अस्पताल रेफर किया। फिलहाल खाटूश्यामजी थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि, यह हादसा उस वक्त हुआ जब सुबह 5:00 बजे के करीब मंदिर के पट खुले थे। दरअसल, खाटूश्याम के दर्शनों के लिए देर रात से ही श्रद्धालु लाइनों में लगे हुए थे। जैसे ही सुबह मंदिर के पट खुले, अचानक भगदड़ मच गई। इस दौरान कई महिला और पुरुष श्रद्धालु नीचे गिर गए और उन्हें उठने का मौका ही नहीं मिल पाया। सुरक्षा व्यवस्था में लगे कर्मचारियों ने मोर्चा संभालते हुए घायलों को अस्पताल के लिए रेफर किया, जहां तीन महिलाओं ने दम तोड़ दिया।
घायल हुए लोगों के नाम
भगदड़ में शिवचरण (50), मनोहर (40), करनाल की इंदरादेवी (55), अलवर की अनोजी (40) घायल हुए हैं। मनोहर की हालत गंभीर है। उन्हें जयपुर रेफर किया गया है।
हर साल पहुंचते हैं लाखों श्रद्धालु
गौरतलब है कि, खाटूश्यामजी में पुत्रदा एकादशी पर मासिक मेला लगता है। खाटूश्याम जी के मासिक मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। पट बंद होने के कारण श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर की लाइन लग जाती है। अचानक से पट खुलने पर भगदड़ जैसे हालात बन जाते हैं।
यह मंदिर राजस्थान के शेखावाटी के सीकर जिले में स्थित है। खाटू का श्याम मंदिर बहुत ही प्राचीन है, इसकी आधारशिला सन 1720 में रखी गई थी। मंदिर के इसी परिसर में हर साल बाबा खाटूश्याम का प्रसिद्ध मेला लगता है।
ये भी पढ़ें- Sawan Somvar 2022 : सावन के आखिरी सोमवार को पुत्रदा एकादशी का संयोग, महादेव के साथ भगवान विष्णु की पूजा होगी फलदायी