
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में शनिवार को जिला कोर्ट में सुनवाई के दौरान वीडियो बनाने वाली एक संदिग्ध महिला को गिरफ्तार किया गया है। महिला के पास से 3 लाख रुपए नकद भी मिले हैं। बता दें कि, हिंदू संगठन के एक पदाधिकारी से जुड़े मामले में सुनवाई का वीडियो बनाया जा रहा था। महिला पर प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से कथित रूप से संबंध रखने का भी आरोप है।
शंका होने पर की गई पूछताछ
शनिवार को बजरंग दल की नेता तनु शर्मा से जुड़े एक मामले में सुनवाई चल रही थी। उसी दौरान अधिवक्ता अमित पांडेय और सुनील विश्वकर्मा ने महिला को कोर्ट रूम नंबर- 42 में वीडियो शूट करते देखा। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। वहीं 30 वर्षीय महिला की तलाशी लेने पर उसके पास से 3 लाख रुपए नकद मिले। शनिवार शाम को महिला को हिरासत में लिया और रात में उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया।
#इंदौर: कोर्ट रूम में सुनवाई के दौरान एक महिला काला कोट पहनकर बना रही थी #वीडियो, तलाशी लेने पर मिलीं नोटों की गड्डियां; #PFI से जुड़े होने की आशंका#Advocate #Court #MadhyaPradesh #PFI #PeoplesUpdate pic.twitter.com/HGRKwMvUGK
— Peoples Samachar (@psamachar1) January 29, 2023
पीएफआई को भेजी जानी थी सारी जानकारी
अधिकारी ने बताया कि, गिरफ्तार हुई महिला की पहचान इंदौर की रहने वाली सोनू मंसूरी के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि, वरिष्ठ वकील नूरजहां खान ने उसे वीडियो बनाने और इस्लामिक संगठन पीएफआई को भेजने के लिए कहा था। उसे इस काम के लिए तीन लाख रुपए दिए गए थे। अधिकारी ने कहा, पैसे बरामद भी कर लिए गए हैं।
पूछताछ में उसने बताया कि महिला अधिवक्ता ने उसे जजमेंट से जुड़े दस्तावेज के फोटो खींचने और सुनवाई से जुड़ी ज्यादा से ज्यादा जानकारी एकत्रित करने को कहा था।
अधिवक्ता नूरजहां के खिलाफ होगी कार्रवाई!
अधिकारी ने बताया कि, “आगे की जांच जारी है और सोनू से पीएफआई के साथ उसके संबंधों के बारे में और जानकारी निकालने के लिए पूछताछ की जा रही है। उसे रविवार दोपहर अदालत में पेश किया जाएगा।” अधिवक्ता नूरजहां खान के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।