
हेमंत नागले, सोनकच्छ। देवास के सोनकच्छ में रविवार सुबह एक बस हादसा हो गया। यहां नील गाय को बचाने के चक्कर में यात्रियों से भरी बस पलट गई। हादसे में 9 लोग घायल हो गए, जिन्हें सोनकच्छ सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद देवास रेफर किया गया है। जानकारी के मुताबिक, हादसा इंदौर-भोपाल हाईवे पर रविवार (9 अप्रैल) सुबह करीब साढ़े चार बजे ग्राम रोलु पिपलिया फाटे के पास हुआ।
खेत में जाकर पलटी बस
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, वर्मा ट्रेवल्स जबलपुर की बस (एमपी 04 पीए 3877) इंदौर जा रही थी। उसी दौरान नील गाय को बचाने के चक्कर में रोलु पिपलिया फाटे के पास बस हादसे का शिकार हो गई। बस पलटी खाकर करीब 20 मीटर दूर जाकर बिजली के पोल से टकरा गई। गनीमत रही कि बस खेत में जाकर पलटी, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।
बस हादसे की सूचना राहगीरों ने हाईवे पर तैनात डायल-100 वाहन को दी। इसके बाद डायल-100 में तैनात पुलिसकर्मी तत्काल घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने बस के कांच फोड़कर यात्रियों को निकाला और सोनकच्छ थाने पर इसकी सूचना दी। इसके बाद सोनकच्छ थाना टीआई नीता देअरवाल ने घायलों को एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) April 9, 2023
हादसे में ये लोग हुए घायल
प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को देवास रेफर कर दिया गया है। अस्पताल के एमएलसी रजिस्टर के मुताबिक, 10 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें देवास रेफर किया है। इसमें लीलावती विश्वकर्मा (60) निवासी तेंदूखेड़ा, चिंटू पासवान, नरेंद्र निवासी बरेली, प्रेम पटेल रायसेन, राजकुमारी तिवारी, नरबदी बाई, प्रेम नारायण तिवारी निवासी देवास, सोनू निवासी बड़वानी, हर्षित धाकड़ निवासी बरेली शामिल है। वहीं विद्युत विभाग के हेल्पर रविंद्र परिहार निवासी फावड़ा जो कि बस टकराने के बाद विद्युत केबल काटने का कार्य कर रहे थे। अचानक पोल धंसने के कारण गिर गए। इससे उनके पैर में चोट आई है।
बस में लग सकती थी आग
दुर्घटना के बाद बस पलटी खाकर विद्युत पोल से टकरा गई, जिसके कारण वह रुक गई। गनीमत यह रही कि सिंचाई के उपयोग में आने वाली एलटी लाइन रात्रि ढाई बजे बंद कर दी गई थी। अगर लाइन चालू रहती तो बस आग का गोला बन जाती और बड़ा हादसा हो सकता था।
हादसे से 7 किमी पहले रुकी थी बस
घटनास्थल से करीब 7 किमी पहले ग्राम पिलवानी में एक ढाबे पर बस का स्टॉप था। जहां बस चालक सहित अन्य सवारियों ने चाय-नाश्ता किया था। बताया जा रहा है कि चालक ने यहां पर रमजान होने से सेहरी की उसके बाद बस अपने गन्तव्य के लिए रवाना हुई।
यात्रियों को दूसरी बस में किया गया रवाना
घटना में मामूली चोटिल और स्वस्थ यात्री अपने सामान के साथ वर्मा ट्रेवल्स की एक अन्य बस में सवार होकर इंदौर के लिए रवाना हो गए। जिन यात्रियों के सामान नहीं निकाले जा सके उनके नाम नंबर पुलिस ने लिख लिए हैं। यात्रियों के सामान को इंदौर कंपनी के डिपो भेज दिया जाएगा। स्लीपर बस में करीब 50 यात्री मौजूद थे। वहीं वन विभाग और पशु चिकित्सक टीम हादसे में घायल हुई नील गाय को उपचार के लिए वन विभाग के रेस्ट हाउस ले गई है।