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भाजपा ने 2 महीने पहले तैनात कर दी थीं टीमें, कांग्रेस की मीडिया टीम ने लोगों से किया संवाद

दोनों ही पार्टियों ने प्रचार में वार-पलटवार का मोर्चा चाक-चौबंद रखा

भोपाल। प्रदेश में संभागीय स्तर से लेकर राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में तैनात पार्टी राष्ट्रीय प्रवक्ता और केंद्रीय मीडिया टीम दो महीने तक चुनावी मोर्चा संभालने के बाद वापस लौट गई। चुनाव प्रचार थमने के दो घंटे पहले ही केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव और सह प्रभारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव भी दिल्ली रवाना हो गए। भाजपा की क्विक रिस्पांस टीम ने हर दिन प्रदेश पदाधिकारियों और क्लस्टर प्रभारियों से लेकर जिला स्तर पर तैनात पदाधिकारियों को हर दिन का एजेंडा और वार-पलटवार के मोर्चे पर चाक-चौबंद रखा। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के राष्ट्रीय पदाधिकारी भी मीडिया और चुनाव प्रबंधन टीम में लगातार सक्रिय बने रहे। राहुल और प्रियंका गांधी ने सभाएं लीं। सुप्रिया श्रीनेत ने मुद्दों को लेकर लगातार वार किए। वहीं कांग्रेस ने प्याज का मुद्दा भी उठाया। टीम ने शहरों में जाकर लोगों से संवाद किए।

भाजपा : क्विक रिस्पॉन्स टीम ने जिला स्तर पर चुनावी मुद्दे किए तय

भाजपा हाईकमान ने दो महीने पहले ही प्रदेश में राष्ट्रीय प्रवक्ताओं की टीम को भोपाल के अलावा संभागीय मुख्यालय स्तर पर तैनात कर दिया था। यह टीम बुधवार दोपहर रवाना हो गई। केंद्रीय प्रवक्ता केके शर्मा, प्रेमशंकर शुक्ला और राकेश त्रिपाठी हर दिन प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल एवं प्रवक्ताओं की टीम के साथ समन्वय बिठाकर मीडिया में आक्रामक अंदाज में अपनी बात रखने की माहौल तैयार किया।

मीडिया टीम को मटेरियल और मुद्दे :

केंद्रीय प्रवक्तागण ने दो महीने तक हर दिन सुबह पौने 9 बजे से ही मीडिया के मुद्दे और अपना एजेंडे पर सक्रिय हो जाती थी। इसके बाद प्रदेश पदाधिकारी, प्रवक्ता और जिलाध्यक्षों को 11 बजे वर्चुअल मीटिंग के जरिए उस दिन के कार्यक्रम और विपक्ष पर पलटवार के लिए मुद्दे और मटेरियल उपलब्ध करा दिया जाता। इसके साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस के विषय से लेकर मीडिया प्रबंधन और रणनीति का असेसमेंट पर भी होमवर्क का सिलसिला दिनचर्या का हिस्सा बन गया। इसके अलावा पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी लगातार सभाएं लेते रहे।

ये थे क्लस्टर प्रभारी :

केंद्रीय प्रवक्ताओं शर्मा, शुक्ला और त्रिपाठी के अलावा पड़ोसी राज्यों के प्रवासी नेता भी संभाग स्तर पर सक्रिय रहे। क्लस्टर प्रभारियों में मीडिया की टीम में इंदौर के लिए राकेश सिंह, जबलपुर-राकेश त्रिपाठी, सतना-एसएन सिंह और ग्वालियर में धनंजय गिरि तैनात थे। प्रवासी नेताओं में उप्र के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को भोपाल, गुजरात के संगठन मंत्री रत्नाकर – इंदौर, उप्र के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह -सतना, मंत्री अनिल राजभर और मंत्री ओपीएस राठौर भी लगातार घूम-घूम कर क्षेत्रीय स्तर पर समन्वय और फीडबैक के मोर्चे पर डटे रहे। प्रवासी नेताओं ने संबंधित विस में लोगों से बात की।

कांग्रेस के एक दर्जन नेताओं ने संभाली मीडिया की जिम्मेदारी

भोपाल। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की मीडिया टीम ने बड़ी जिम्मेदारी संभाली। राज्य की प्रदेश मीडिया टीम के साथ ही अखिल भारतीय मीडिया टीम के सदस्य भी बारी-बारी से भोपाल, इंदौर और प्रदेश के अन्य शहरों में संवाद करते रहे।

ये प्रमुख नेता रहे सक्रिय जयराम रमेश :

अभा कांग्रेस कमेटी के कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश मप्र की मीडिया टीम को लगातार मार्गदर्शन देते रहे। रमेश ने 5 नवंबर को भोपाल में बड़ा आरोप लगाया कि मप्र की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए लॉकडाउन लगाने में देर की गई। रणदीप सिंह सुरजेवाला : प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मप्र में मीडिया से बातचीत की जिम्मेदारी भी निभाई।

पवन खेड़ा : कांग्रेस मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन खेड़ा ने 15 सितंबर को कहा कि मप्र में लोग सरकार से नाराज हैं।

सुप्रिया श्रीनेत : कांग्रेस सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत ने भोपाल और इंदौर में लगातार कांग्रेस की बात उठाई।

रागिनी नायक : अभा कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता रागिनी नायक भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में लगातार प्रेस वार्ताएं करती रहीं। उन्होंने प्याज की माला पहनकर पत्रकार वार्ता की।

इन नेताओं ने भी उठाई कांग्रेस की बात

कांग्रेस वर्किंग कमेटी सदस्य गुरदीप सिंह सप्पल, कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा, पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले, उपाध्यक्ष राजीव सिंह, भूपेंद्र गुप्ता, अब्बास हफीज, आनंद जाट, अवनीश बुंदेला, मिथुन अहिरवार एवं अन्य।

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