
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के पार्कर सोलर प्रोब ने 24 दिसंबर को एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। यह यान सूर्य से मात्र 61 लाख किमी की दूरी से गुजरा। इतनी निकटता से सूर्य के पास पहुंचने वाला यह दुनिया का पहला अंतरिक्ष यान बन गया है।
982 डिग्री सेल्सियस था तापमान
पार्कर सोलर प्रोब ने सूरज के पास से गुजरते समय लगभग 7 लाख किमी/घंटा से अधिक की रफ्तार पकड़ी। उस समय यह यान 982 डिग्री सेल्सियस तक की गर्मी झेल रहा था। इतनी तेज गर्मी के बावजूद, यह यान पूरी तरह सुरक्षित है और सामान्य रूप से काम कर रहा है।
27 दिसंबर को भेजा सिग्नल
नासा की जॉन्स हॉपकिन्स एप्लाइड फिजिक्स लेबोरेटरी को 27 दिसंबर को पार्कर सोलर प्रोब से सिग्नल मिला। इस सिग्नल ने पुष्टि की कि यान अच्छी स्थिति में है और सामान्य रूप से काम कर रहा है। वैज्ञानिकों ने राहत की सांस ली क्योंकि यदि यान 27 दिसंबर तक सिग्नल नहीं भेजता, तो यह मिशन के लिए बुरी खबर हो सकती थी।
1 जनवरी से मिलने लगेगा डेटा
मिशन के प्रमुख वैज्ञानिक नूर रवाफी ने जानकारी दी कि यान द्वारा 24 दिसंबर को ली गई तस्वीरें और खोजों का विस्तृत डेटा 1 जनवरी को नासा तक पहुंचेगा। जैसे-जैसे यान सूरज से और दूर जाएगा, बाकी डेटा भी भेजा जाएगा।
2018 में हुआ था लॉन्च
पार्कर सोलर प्रोब को 12 अगस्त 2018 को लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य सूर्य के बाहरी वातावरण कोरोना का अध्ययन करना है। इस मिशन के जरिए सोलर विंड्स यानी सौर हवाओं को समझने का प्रयास किया जा रहा है।
सोलर साइंटिस्ट यूजीन पार्कर के नाम पर रखा गया नाम
इस अंतरिक्ष यान का नाम प्रसिद्ध सौर वैज्ञानिक यूजीन पार्कर के नाम पर रखा गया है। उन्होंने सबसे पहले सोलर विंड्स की खोज की थी। यह पहली बार था जब किसी वैज्ञानिक के जीवित रहते हुए उनके नाम पर अंतरिक्ष यान का नाम रखा गया। 2022 में यूजीन पार्कर का निधन हो गया।
सूरज की गर्मी से बचाने के लिए खास तकनीक
पार्कर सोलर प्रोब को 4.5 इंच मोटी कार्बन-कंपोजिट हीट शील्ड से लैस किया गया है, जो इसे सूर्य की तीव्र गर्मी से बचाती है। यह यान कुल 24 बार सूरज के पास से गुजरने के लिए बनाया गया है। 2021 में इसने पहली बार सूरज के करीब से उड़ान भरी थी और यह ऐतिहासिक रिकॉर्ड अब तक जारी है।
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