
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में करोड़ों के फर्जीवाड़े मामले में फरार पूजा थापा ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। बता दें कि एडवाइजरी कंपनी के जरिए करोड़ों रुपये की ठगी की मास्टर माइंड पूजा थापा की राऊ पुलिस को लंबे समय से तलाश थी।
पूजा से पूछताछ कर रही पुलिस
पुलिस की घेराबंदी लगातार सख्त होने के चलने आरोपी पूजा थापा ने सुबह कोर्ट खुलते ही सरेंडर कर दिया। बताया जा रहा है कि पूजा ने ही बाकी जालसाजों के साथ मिलकर फर्जी कंपनियां बनाई थी। अब पुलिस उससे गैंग में शामिल बाकी सदस्यों के नामों को लेकर पूछताछ कर रही है।

क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के मुताबिक पूजा थापा, पवन तिवारी और उनके कुछ साथी पहले एक साथ एडवाइजरी कंपनी में काम करते थे। बता दें कि वहां पुलिस ने पहले कार्रवाई कर उसे बंद करवा दिया था। जिसके बाद पूजा ने सभी साथियों को इकट्ठा किया और फिर खुद की कंपनी बना ली। वहीं उसने कंपनी की आड़ में आधा दर्जन खाते खुलवाए और लोगो से धोखाधड़ी कर उसमें रुपये ट्रांसफर करने लगी।
आरोपी ठग पर था 10 हजार का इनाम
करोड़ों रुपये के ठगी मामले में पुलिस को लंबे समय से पूजा थापा पुत्री तिल बहादुर थापा निवासी शेखर प्लेनेट की तलाश थी। बता दें कि वो लगातार पुलिस से बच कर भाग रही थी। वहीं पुलिस उसके दोस्तों, रिश्तेदारों के साथ ही सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नजर बनाए हुए थी। उस पर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था।