
दमोह। मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में ताजा मामला शुक्रवार को दमोह जिले की पथरिया तहसील से सामने आया है। यहां सागर लोकायुक्त ने एक शिक्षक को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है। आरोपी शिक्षक ने अच्छे नंबरों से पास कराने और परीक्षा में नकल कराने के एवज में रिश्वत मांगी थी।
क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के मुताबिक, पथरिया तहसील अंतर्गत पुलिस चौकी नरसिंहगढ़ के तहत देवलाई गांव निवासी रामू रैकवार द्वारा सागर लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की गई थी। आवेदक ने शिकायत में बताया कि जन शिक्षा केंद्र नरसिंहगढ़ में पदस्थ शिक्षक घनश्याम अहिरवार ने उसकी बेटी को अच्छे नंबरों से पास कराने और परीक्षा में सहयोग करने के एवज में 7 हजार रुपए की राशि की मांग की थी। इसमें पहली किस्त के रूप में 2 हजार रुपए शिक्षक पहले ही ले चुका था। शेष 5 हजार रुपए की राशि शुक्रवार को देने की बात हुई थी।
शिक्षक को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा
आवेदक की शिकायत पर लोकायुक्त सागर की टीम द्वारा सीतानगर के पास जन शिक्षक घनश्याम अहिरवार को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। फिलहाल, आरोपी शिक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। लोकायुक्त की टीम में डीएसपी प्रफुल्ल श्रीवास्तव, राजेश खेड़े, निरीक्षक बीएम द्विवेदी, आशुतोष व्यास अजय क्षेत्रीय सुरेंद्र सिंह संजीव अग्निहोत्री संतोष गोस्वामी आदि प्रमुख रहे।
उज्जैन में सहायक संपत्तिकर अधिकारी रिश्वत लेते धराया
लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार को उज्जैन नगर निगम जोन क्रमांक 5 के सहायक संपत्तिकर अधिकारी को 2 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी ने फरियादी से नामांतरण की नकल निकालने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। आरोपी 30 अप्रैल को रिटायर्ड होने वाले थे।
ये भी पढ़ें: उज्जैन में सहायक संपत्तिकर अधिकारी को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा; रिटायरमेंट के दो माह पहले बेचा ईमान