
नई दिल्ली। चीन में बढ़ते कोरोना के मामलों ने भारत में भी हड़कंप मचा दिया है। दरअसल, चीन में संक्रमण के लिए ओमीक्रोन का सब वैरिएंट BF.7 जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। इस बीच खबर है कि ओमीक्रोन का सब वैरिएंट BF.7 भारत तक पहुंच चुका है। ताजा मामला गुजरात से आया है। यहां वडोदरा में BF.7 का एक केस सामने आया है। बताया जा रहा है कि एक NRI महिला में यह वैरिएंट पाया गया है। खबरों के मुताबिक गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने अक्टूबर में भारत में BF.7 के पहले मामले का पता लगाया था। इनमें से दो गुजरात और तीसरा ओडिशा से था। बुधवार को नया मामला आने के बाद इनकी कुल संख्या 4 हो गई है। हालांकि, पिछले तीन मामलों की पुष्टि नहीं हुई है।
दूसरे वैरिएंट से कैसे खतरनाक है चीन का वैरिएंट
चीन में बढ़ते कोरोना मामलों ने दूसरे देशों की चिंता भी बढ़ा दी है। वहां लाखों लोग घरों में कैद हैं। अस्पतालों में जगह नहीं है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन की राजधानी बीजिंग में 70 फीसदी आबादी कोविड-19 के चपेट में आ चुकी है। संक्रमण की रफ्तार घंटों के हिसाब से दोगुनी हो रही है। कोविड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार ने भी सभी राज्यों को निर्देश जारी किया है। अमेरिका ने भी इसको लेकर चिंता जाहिर की है।
BF.7 है सबसे शक्तिशाली वैरिएंट
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में फैल रहा BF.7 ओमीक्रोन का सबसे शक्तिशाली वैरिएंट है। यह पहले संक्रमित हो चुके लोगों, फुली वैक्सीनेटेड लोगों या दोनों को ही बीमार बना रहा है। ये जल्दी फैलता है और लक्षण भी पुराने कोरोना वैरिएंट्स के मुकाबले जल्दी सामने आ जाते हैं।
एक मरीज 18 लोगों को संक्रमित करने में सक्षम
BF.7 का रिप्रोडक्शन नंबर (RO) 10-18.6 है। इसका मतलब यह है कि संक्रमित होने वाला एक मरीज कम से कम 10 से 18.6 लोगों को एक बार में इन्फेक्टेड करने में सक्षम है। बता दें कि ओमीक्रोन वैरिएंट का औसतन RO 5.08 पाया गया है। शायद यही कारण है कि चीन में कोरोना मामले दिनों में नहीं, बल्कि घंटों में दोगुने हो रहे हैं।
चीन में क्यों ज्यादा फैल रहा वायरस
BF.7 के लक्षणों में सर्दी-, खांसी, बुखार, गले में खराश, हरारत, उल्टी और डायरिया शामिल हैं। यह वायरस कमजोर इम्यूनिटी वाले मरीजों के लिए यह ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। बता दें कि चीन में सख्त प्रतिबंधों का पालन किया जा रहा था, जिसके चलते लोगों में वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी मजबूत हो ही नहीं पाई।
तीन महीने में तीन लहरें
चीन के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी वू जुन्यो ने कहा – इस सर्दी में चीन कोविड-19 की तीन संभावित लहरों में से पहली लहर का सामना कर रहा है। महामारी विशेषज्ञ ने कहा- उनका मानना है कि संक्रमण दर में मौजूदा इजाफा जनवरी के मध्य तक चलेगा। जबकि, दूसरी लहर जनवरी के अंत तक तेज हो जाने की संभावना है। जुन्यो ने आगे कहा कि कोरोना वायरस के केसों में तीसरा उछाल फरवरी के अंत से मार्च के मध्य तक चलेगा, क्योंकि लोग छुट्टी बिताने के बाद काम पर लौटेंगे।
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