
देशभर में हर साल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 4 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुर्घटनाओं से रोकने के लिए किए जाने वाले सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
क्यों मनाया जाता है ये खास दिवस ?
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के दौरान औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव के तरीकों के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। हालांकि राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस खासतौर पर हजारों सिपाहियों को समर्पित किया जाता है, जो अपनी जान खतरे में डालकर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात रहते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का इतिहास
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के स्थापना दिवस पर 1972 में पहली बार 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया गया था। बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद राष्ट्रीय स्तर पर एक नॉन-प्रॉफिट, स्व-वित्तपोषण और त्रिपक्षीय एपेक्स बॉडी है। इसे भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय ने 4 मार्च 1965 को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण पर एक स्वैच्छिक आंदोलन को उत्पन्न करने और विकसित करने के लिए स्थापित किया था।
इस साल की थीम
हर साल राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की थीम प्रकाशित करती है। बता दें कि भारत में नेशनल सेफ्टी डे एक खास थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2022 की थीम है ‘सुरक्षा संस्कृति के विकास हेतु युवाओं को प्रोत्साहित करें’।