इंदौरमध्य प्रदेश

पत्नी के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के चलते जनरल मैनेजर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा- यह शरीफों की दुनिया नहीं है…

हेमंत नागले, इंदौर। लसूड़िया थाना क्षेत्र के महालक्ष्मी के रहने वाले एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी युवक का कहना था कि उसकी पत्नी का एक अन्य युवक के साथ प्रेम संबंध की जानकारी उसे लग गई। पति ने जब पत्नी के मोबाइल पर व्हाट्सऐप और उसके प्रेमी की चैटिंग देखी, जिसके बाद पति ने पत्नी को रंगे हाथों पकड़ लिया। वहीं पति ने सुसाइड नोट लिखकर अपना जीवन समाप्त कर लिया। सुसाइड नोट के आखिरी पन्नों पर लिखा, यह शरीफों की दुनिया नहीं है…

पुलिस ने शव को बरामद कर पीएम के लिए एमवाय अस्पताल भिजवा दिया है। परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं लसूड़िया थाना पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर जांच करा दी है।

पिता ने बेटा से कहा- तेरी मां डायन है, दादा दादी के पास रहना

जांच अधिकारी बीएल कुशवाह के मुताबिक हितेश ने पति-पत्नी के बीच कई समय से विवाद चल रहा था। वहीं उसने शनिवार देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में हितेश ने कई बातें लिखी है, जिसमें उसने बेटे युवराज को समझाने के लिए कहा है कि तेरी मां डायन है और चरित्रहीन तो दादा के पास ही रहना पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है।

हितेश ने सुसाइड नोट में लिखा

मौत के पहले मैनेजर ने सुसाइड नोट में लिखी ही मौत की रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी और हर एक सच। मैं हितेश पाल पिता लक्ष्मण पाल निवासी महालक्ष्मी नगर मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं, जो आत्महत्या नहीं बल्कि एक मर्डर है, क्योंकि 10 फरवरी 2023 को मैंने अपनी पत्नी नीलू पाल को उसके आशिक कृष्णा राठौर को रंगे हाथ महालक्ष्मी नगर के गार्डन में पकड़ा। इनके सेटिंग को निकाला जाए, क्योंकि पिछले डेढ़ साल से इनके बीच मिलना-जुलना और सेक्स चल रहा है… मेरी पत्नी अपने आशिक कृष्णा राठौर को महंगे गिफ्ट दिया करती थी।

पति ने आशिक को गिफ्ट की कार

हैरान करने वाली बात है कि जब भी वह मुझे कृष्णा से मिलाती थी, उसे अपना भाई बताती थी। नीलू में अपने मोबाइल फोन में उसका नंबर बबीता नाम से सेव कर रखा है। हद तो तब हो गई जब महंगे गिफ्ट देने के अलावा मेरी पत्नी ने अपने आशिक को जीप कंपास कार गिफ्ट कर दिया, जिसका पता मुझे अब चला है। यह गाड़ी मेरी पत्नी नीलू के नाम पर रजिस्टर्ड है। मेरे घर पर तांत्रिक क्रियाएं की जाती है। इस षड्यंत्र में मेरी पत्नी उसका आशिक और भाभी रानी शामिल है।

मुझे दिया जा रहा था मीठा जहर

पिछले 1 साल से मुझे मीठा जहर दिया जा रहा था, जिसकी वजह से महसूस हो गया और मेरा पूरा शरीर काला पड़ गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका पता चल जाएगा। मेरी पत्नी मुझ पर तांत्रिक क्रियाएं करती थी, मीठा जहर देती थी, धीरे-धीरे उसने मेरी सारी प्रॉपर्टी अपने नाम कर ली। मेरे मरने के बाद मेरी सारी संपत्ति मेरे बेटे युवराज और मेरे पास माता-पिता को दी जाए। वह मुझे मारना चाहती थी, इसलिए मेरे सभी पॉलिसी में नॉमिनी में अपना नाम डलवाया। मेरी मौत के सिर्फ यह 3 लोग जिम्मेदार है।

बेटे अपने दादा दादी के साथ रहना

सुसाइड नोट में हितेश ने अपने बेटे युवराज को समझाने के लिए लिखा- मेरे बेटे युवराज इन सब को समझने के लिए तू अभी बहुत छोटा है, लेकिन तेरी मां डायन और एक चरित्रहीन औरत है। तू अपने दादा दादी के साथ रहना। सोनू सर और राधेश्याम तुम लोगों को यह केस जरूर जीतना है। सोनू सर आप जो मुझे बैलेंस का 8 लाख देना चाहते थे। वह मेरे भाइयों को देना और उससे केस लड़ना, किसी भी चीज की कमी मत होने देना।

आखिरी पन्ने पर लिखा एक कड़वा सच

हितेश ने आगे लिखा- कृष्णा राठौड़ ने मुझे डराने के लिए मेरी पत्नी नीलू को एक पिस्टल भी दे रखा था, जो मुझे अलमारी में कपड़ा जमाते समय मिला था। यह सब लोग तांत्रिक क्रिया करते थे और बोलते थे हम तांत्रिक क्रिया करते हैं तभी तुम्हारे पास इतना पैसा है, अगर यह तांत्रिक क्रिया नहीं करेंगे तो यह पैसा और तुम्हारी इज्जत दोनों चली जाएगी। मौत के आखिरी पन्नों पर लिखा एक कड़वा सच यह शरीफों की दुनिया नहीं है…

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