
मॉस्को। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने मंगलवार (22 अक्टूबर 2024) को रूस के कजान पहुंचे। वह सुबह करीब 7:40 बजे भारत से निकले थे। उनका विमान दोपहर करीब डेढ़ बजे कजान में लैंड हुआ। कजान पहुंचने पर उनका एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
पीएम मोदी यहां ब्रिक्स देश के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक कर रहे हैं। इस बैठक के दौरान वे सदस्य देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। इस सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल होंगे। संभावना जताई जा रही है कि पीएम मोदी और जिनपिंग नेताओं के बीच द्विपक्षीय मुलाकात हो सकती है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिले पीएम मोदी
कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और द्विपक्षीय बैठक में शामिल हुए।

PM मोदी को लेकर राष्ट्रपति पुतिन बोले – मैं उनका आभारी हूं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मुझे याद है कि जुलाई में हमारी मुलाकात हुई थी और कई मुद्दों पर बहुत अच्छी चर्चा हुई थी। हमने कई बार टेलीफोन पर भी बात की थी। कजान आने का निमंत्रण स्वीकार करने के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। आज हम ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे और उसके बाद रात्रिभोज करेंगे। आज अन्य नेताओं के साथ आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हमें कुछ बहुत महत्वपूर्ण निर्णय लेने चाहिए।
लोग पीएम मोदी को बहुत पसंद करते हैं – रूसी कलाकार
पीएम मोदी के स्वागत में अपनी टीम के साथ भारतीय नृत्य करने वाली एक रूसी कलाकार ने कहा कि हम बहुत नर्वस थे और उत्सुक भी थे। हमने इस डांस परफॉर्मेंस के लिए करीब तीन महीने तक प्रैक्टिस की थी। रूसी कलाकार ने कहा कि लोग पीएम मोदी को सच में बहुत पसंद करते हैं। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने हम सभी की तारीफ की।
रूस रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कही ये बात
रूस रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा- मैं ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए रूस के कजान जा रहा हूं। भारत ब्रिक्स को बहुत महत्व देता है और मैं वहां विभिन्न विषयों पर व्यापक चर्चा की आशा करता हूं। मैं वहां विभिन्न नेताओं से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं।
पीएम मोदी को पुतिन ने किया था आमंत्रित
16वें ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन रूस के कजान शहर में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर रूस में रहेंगे। उन्हें रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने आमंत्रित किया है। यहां प्रवासी भारतीयों ने भी पीएम मोदी के स्वागत के लिए भव्य तैयारियां की हैं। ब्रिक्स सम्मेलन से अलग भी पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति पुतिन से भी मुलाकात करेंगे।
ये है 22 अक्टूबर का प्लान
- पीएम मोदी सुबह 7:00 (IST) बजे कजान, (रूस) के लिए रवाना हो चुके हैं। एक अनुमान के मुताबिक वह सुबह 10:25 (MSK) कजान एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। कजान का स्थानीय समय (MSK) दिल्ली से 2 घंटे 30 मिनट पीछे है। इस आधार पर प्लानिंग में बदलाव भी हो सकते हैं।
- पीएम मोदी जब होटल पहुंचेंगे तो वहां पर उनका जोरदार स्वागत किया जाएगा, फिर दोपहर बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक होगी। शाम 4 बजे से शाम 06:30 के बजे के बीच (MSK) द्विपक्षीय बैठकों के दोनों सत्र होंगे।
- इसके बाद कजान सिटी हॉल पहुंचने पर ब्रिक्स नेताओं के लिए स्वागत समारोह आयोजित होना है।
मोदी-जिनपिंग की मुलाकात
पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आखिरी मुलाकात 2022 में इंडोनेशिया के बाली में G20 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के चलते यह मुलाकात अहम मानी जा रही है।
जुलाई में हुआ था मोदी का रूस दौरा
प्रधानमंत्री मोदी इस साल जुलाई में रूस गए थे, जहां उन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने BRICS शिखर सम्मेलन में शामिल होने का औपचारिक निमंत्रण दिया था। अपनी रूस यात्रा के दौरान मोदी ने रूस-भारत शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लिया और पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। रूस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ से सम्मानित किया गया था।
क्या है BRICS
BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक प्रमुख समूह है। इसकी स्थापना 2009 में हुई थी और 2010 में दक्षिण अफ्रीका इसके पांचवें सदस्य के रूप में शामिल हुआ। BRICS देशों का वैश्विक GDP में 23% और विश्व व्यापार में 18% योगदान है। इसका मकसद दुनिया की फॉरेन पॉलिसी में अमेरिका के दबदबे को कम करना और अपने संबंधों को नए सिरे से खड़ा करना था। BRICS शब्द को ब्रिटिश इकोनॉमिस्ट जिम ओ’निल ने गढ़ा था।
BRICS समूह का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना और वैश्विक मंच पर संयुक्त रूप से प्रभाव डालना है। इसके सदस्य देश तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाएं हैं और इनका विदेशी मुद्रा भंडार 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है। इनकी मुद्राओं का नाम ‘R’ अक्षर से शुरू होने के कारण इसे कभी-कभी R-5 भी कहा जाता है। BRICS का पहला शिखर सम्मेलन 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग में हुआ था। तब से, यह समूह विभिन्न वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर एकजुट होकर कार्य कर रहा है।