ताजा खबरभोपालमध्य प्रदेश

रायसेन : खेल मैदानों पर हो रहे निर्माण, खिलाड़ियों में जमकर रोष; बरेली स्टेडियम ग्राउंड में खुदाई कर बनाया जा रहा हेलीपैड, देखें VIDEO

रायसेन। मध्य प्रदेश के बरेली में खेल मैदानों पर निर्माण कार्य हो रहे हैं। जिससे खिलाड़ियों में जमकर रोष देखने को मिल रहा है। एक तरफ सरकार शिक्षा के साथ ही खेलों में भी युवाओं के उज्जवल भविष्य को लेकर कई योजना चला रही है। वहीं दूसरी तरफ इस तरह खेल मैदानों पर निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। बता दें कि, प्रदेश से कई खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपना नाम कर चुके हैं।

बीच ग्राउंड में बन रहा हेलीपैड

खो-खो, कबड्डी, हॉकी, हैंडबॉल, बैडमिंटन, क्रिकेट, ताइक्वांडो जैसे खेलों में भी जिले भर के युवाओं की धूम मची हुई है। खासकर मंडीदीप तो लड़कियों की हॉकी की नर्सरी के नाम से मशहूर हो चुकी है। यह उपलब्धियां उन्होंने खुद की क्षमता और संघर्ष के परिणाम स्वरुप पाई है। जिलेभर के साथ ही बरेली में भी खेलों के मैदान में अन्य निर्माण कार्य होने की वजह से खिलाड़ी मैदान पर प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं। हाल ही में बरेली के स्टेडियम ग्राउंड में जेसीबी की मदद से खुदाई कर हेलीपैड का निर्माण किया जा रहा है। हालांकि यह हेलीपैड बीच ग्राउंड में न होकर किसी एक कोने में या अन्य जगह भी बनाया जा सकता था। इसके साथ ही ग्राउंड की खुदाई कर सड़क का निर्माण भी किया जा रहा है।

खिलाड़ियों ने किया विरोध

बाड़ी में भी मैदान पर निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। यहां सीएम राइज स्कूल बनाया जा रहा है। वहीं बेगमगंज के उत्कृष्ट स्कूल मैदान पर भवन निर्माण से पहले लोगों ने इसका विरोध भी किया। जिसके बाद भी भवन का निर्माण नहीं रुका और बेगमगंज का खेल मैदान भी निर्माण कार्य की भेंट चढ़ गया।

जिले के करीब 185 हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों में से मात्र 24 स्कूलों में छोटे-छोटे खेल मैदान हैं। वे भी अतिक्रमण की भेंट चढ़ रहे हैं। सीएम राइज स्कूल के तहत लगभग आठ भवन का निर्माण किया जा रहा है। यह सभी भवन स्कूलों के खेल मैदान पर ही बनाए जा रहे हैं। इसके लिए अन्य स्थान भी चुने जा सकते थे। यही हाल कॉलेज के ग्राउंडों का भी है, अधिकतर ग्राउंड या तो खेलने लायक स्थिति में नहीं है और बरेली का जो ग्राउंड पहले कॉलेज के पास था। वह स्टेडियम निर्माण के लिए खेल एवं युवक कल्याण विभाग को दिया गया है। उसके लिए लगभग 3 करोड़ की राशि भी स्वीकृत की गई थी, लेकिन अधिक राशि की मांग को लेकर स्टेडियम निर्माण कार्य भी राजनीति की भेंट चढ़ गया। यहां स्टेडियम तो नहीं बला लेकिन जेसीबी से खुदाई कर इस पर अन्य निर्माण कार्य हो रहे हैं। खिलाड़ियों द्वारा हेलीपैड के निर्माण का विरोध जताने पर अधिकारियों ने आश्वासन दिया था। लेकिन उसके बाद भी निर्माण कार्य बंद नहीं हुआ। नगर के सभी खिलाड़ियों एवं संस्थानों ने प्रशासन से अपील की है की, इन खेल मैदानों को सिर्फ खेल के लिए ही आरक्षित रखा जाए एवं अन्य गतिविधियों के लिए दूसरे मैदान को इस्तेमाल में लिया जाए।

एसडीएम ने कही ये बात

एसडीएम संतोष मुदगल का कहना है कि, स्टेडियम मैदान पर पहले से ही हेलिपैड था। अब मिट्टी भर जाने के कारण कलेक्टर की अनुमति से दोबारा बनाया जा रहा है। परंतु किसी भी प्रकार का सड़क निर्माण नहीं किया जाएगा।

मध्य प्रदेश की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

संबंधित खबरें...

Back to top button