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डार्क सर्कल और पफीनेस को ठीक करने लगा सकते हैं अंडर आई क्रीम

फेस क्रीम लगाते समय ही चेहरे पर पूरी क्रीम लग जाती है लेकिन अब खासतौर पर अंडर आई क्रीम आने लगी हैं जो कि अब लगभग हर ब्यूटी ब्रांड लॉन्च कर रहा है। आंखों की थकावट, मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से आंखों के आसपास आने वाले खिंचाव, झुर्रियों, झाइयों और डार्क सर्कल से छुटकाना दिलाने के लिए इसके इस्तेमाल का सुझाव दिया जाता है। दरअसल, आई क्रीम एक ऐसा फॉमूर्लेटेड प्रोडक्ट है जो आईलिड के आसपास लगाया जाता है, हालांकि इसमें और फेस क्रीम में कई सारे इंग्रीडिएंट्स एक से ही होते हैं, चूंकि आंखों के आसपास की त्वचा महीन होती है, इसलिए आई क्रीम में इंग्रीडिएंट्स कम कंसन्ट्रेशन में मौजूद हो सकते हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक इसे लगाना जरूरी नहीं है क्योंकि रेगुलर मॉइश्चराइजर ही आपकी आंखों के आसपास की त्वचा को हाइड्रेट कर देता है, लेकिन यदि आंखों के नीचे डार्क सर्कल हैं, रिंकल्स और बहुत ज्यादा पफीनेस है तब अंडर आई क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

कोई समस्या नहीं तो एलोवेरा जेल ही काफी

अंडर आई क्रीम का प्रचार इन दिनों बहुत ज्यादा है क्योंकि आंखों के आसपास फाइन लाइन्स भी कम उम्र में दिखने लगी हैं लेकिन इसका कारण मोबाइल स्क्रीन पर अधिक समय बिताना, लगातार लैपटॉप पर काम करना और आंखों को आराम न देना भी है। दरअसल, जिस तरह शरीर को व्यायाम की जरूरत होती है, उसी तरह आई मसल्स को भी रिलेक्स करना होता है। इसके लिए आंखों के आसपास हल्की मसाज करना होती है, जो कि ड्राय फिंगर्स से नहीं हो पाती। इस काम में लाइट वेट फार्मूला वाली अंडर आई क्रीम मदद करती हैं, जिसे रात को सोने से पहले आंखों के आसपास एप्लाई करके हल्की मसाज दे सकते हैं। इसकी चिकनाहट से फिंगर्स अच्छे से रोटेट हो पाती हैं और आई मसल्स रिलेक्स हो जाती हैं। रेगुलर यूज की जाने वाली एरोवेरा जेल से भी यह मसाज कर सकते हैं।

आंखों के लिए सही डाइट और नींद भी है जरूरी

यह सोचना की अंडर आई क्रीम से सारे निदान हो जाएंगे तो यह सही नहीं है। अपर्याप्त नींद, स्ट्रेस, हीमोग्लोबिन की कमी, आयरन की कमी, ज्यादा धूप में जाना और ज्यादा समय स्क्रीन पर बिताना भी इसके कारण हैं तो सही लाइफस्टाइल और डाइट से आंखों की स्कीन को ठीक रख सकते हैं। किसी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह से अंडर आई क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं। -नितिन पांडे, स्किन स्पेशलिस्ट

एंटी एजिंग प्रॉपर्टी होने से लगाई जा रहीं जेल

आई क्रीम में विटामिन ए, सी और ई के साथ-साथ एंटी-एजिंग एंटीऑक्सीडेंट का संयोजन होती हैं, लेकिन सभी लोग इसे लगाए यह जरूरी नहीं क्योंकि जिन लोगों को समस्या होती है, वे चिकित्सकीय परामर्श से इसे लगा सकते हैं, हालांकि यह टेस्टेड होती हैं तो नॉन-मेडिकेटेड रेंज में इसे अपनी जरूरत के मुताबिक चुनकर लगा सकते हैं। -मंजू गुप्ता, ब्यूटी एक्सपर्ट

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