
हेमंत नागले, इंदौर। शहर के लोहामंडी हुई ट्रांसपोर्ट व्यापारी की हत्या मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। गुरुवार को पुलिस आयुक्त एवं कलेक्टर के निर्देश पर परदेशीपुरा में आरोपियों की अवैध संपत्ति पर निगम का बुलडोजर चला। एडीएम अजयदेव शर्मा और एडीसीपी राजेश व्यास की मौजूदगी में आरोपियों की अवैध संपत्ति को जमींदोज किया गया।
#इंदौर : #लोहामंडी में हुई ट्रांसपोर्ट व्यापारी की हत्या के मामले में #पुलिस_आयुक्त और #कलेक्टर के निर्देश पर परदेशीपुरा में आरोपियों की अवैध संपत्ती पर चला #निगम का #बुलडोजर।@IndoreCollector @MPPoliceDeptt @indorecommissi1 #IndoreNagarNigam @advpushyamitra #MPNews… pic.twitter.com/LLQNIBrscg
— Peoples Samachar (@psamachar1) April 6, 2023
आक्रोशित लोगों ने किया चक्काजाम
ट्रांसपोर्ट व्यापारी की हत्या के चलते बुधवार को परदेसीपुरा इलाके के लोगों में आक्रोश देखने को मिला। सड़कों पर उतरे परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने चक्काजाम कर आरोपियों को जल्द पकड़ने की मांग की। वहीं चक्काजाम और घेराव की सूचना मिलते ही विधायक रमेश मेंदोला भी मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। उन्होंने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया। लोगों ने कहा- व्यापारी की दो बच्चियों के सिर से पिता का साया उठ गया है और अब तक आरोपी पकड़े नहीं गए हैं। परिजनों ने कहा कि हत्यारोपी मोहल्ले में ही रहते हैं, इसके बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकी है।

क्या है पूरा मामला
बता दें कि मंगलवार (4 अप्रैल) देर रात ट्रांसपोर्ट व्यापारी पर कुछ बदमाशों ने पुराने विवाद के चलते चाकू से हमला कर दिया था। गंभीर हालत में व्यापारी को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। व्यापारी पर हमला करने वाले परदेशीपुरा इलाके के कुछ बदमाश थे, जिनके साथ व्यापारी का पुराना विवाद चल रहा था। इसी के चलते ट्रांसपोर्ट व्यापारी की हत्या कर दी गई।

काम के बाद घर लौट रहा था व्यापारी
पुलिस ने बताया कि घटना मंगलवार देर रात हुई। जूनी इंदौर थाना क्षेत्र स्थित खाचरोद ट्रांसपोर्ट के नाम से व्यवसाय करने वाले सचिन शर्मा रात में घर वापस आ रहे थे। इस दौरान परदेशीपुरा इलाका निवासी पंकज, मोहसिन और शाहरुख समेत पांच लोगों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस सभी की तलाश कर रही है।

व्यापारी के भाई से भी हुआ था विवाद
म़तक के भाई जितेंद्र शर्मा ने बताया कि कुछ दिनों पहले उन्होंने परदेशीपुरा थाने में आरोपियों के खिलाफ आवेदन भी दिया था, जिसके बाद पुलिस द्वारा कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। मंगलवार को सुबह से ही सभी आरोपी व्यवसाई को मारने की फिराक में थे और 20 दिन पहले व्यवसाई के भाई से भी आरोपियों का विवाद हुआ था।