
भोपाल। एमपी में मौसम के बदलते तेवर से कहीं खुशी, कहीं गम जैसे हालात बनाते नजर आ रहे हैं। पिछले माह बे-मौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों को सताने वाला मौसम इस महीने जनता को कुछ राहत भी देगा। अप्रैल के महीने को अमूमन गर्म और शुष्क माना जाता है और इस दौरान तापमान में तेजी से इजाफा होता है, लेकिन इस बार हालात बदले हुए हैं।
पिछले एक सप्ताह से प्रदेश का अधिकतम औसत तापमान लगभग 35 डिग्री पर अटका हुआ है। जबकि, पिछले दस साल के आंकड़ों की बात करें तो अप्रैल के पहले हफ्ते में अधिकतम तापमान इतना कम कभी नहीं रहा। इसके साथ ही एक राहत भरी खबर प्रदेश के बांशिंदों के लिए यह भी है कि आने वाले सप्ताह के दौरान आधे प्रदेश में बारिश होगी। जबकि, शेष इलाकों में हिस्सों में बादल छाए रहेंगे, जिससे पारे की चाल थमी रहेगी।
ये हैं अप्रैल के पहले सप्ताह के पिछले दस साल के आंकड़े
वर्ष | अधि औसत तापमान | वर्षा |
2013 | 37.5 | 00 |
2014 | 37 | 00 |
2015 | 36.5 | 00 |
2016 | 40 | 00 |
2017 | 40 | 00 |
2018 | 39 | 00 |
2019 | 40 | 00 |
2020 | 36 | 00 |
2021 | 39 | 00 |
2022 | 41 | 00 |
2023 | 35 | 02 |
नोट – बारिश के आंकड़े मिमी और तापमान डिग्री सेल्सियस में हैं। स्रोत – मौसम विज्ञान केंद्र, भोपाल
एमपी में इन इलाकों में गरजेंगे और बरसेंगे बादल
भोपाल स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू के अनुसार फिलहाल एमपी में एक्टिव वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण आगामी तीन दिनों में प्रदेश के नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभागों में तेज हवा के साथ बारिश के आसार हैं। इसके अलावा प्रदेश के बाकी हिस्सों में बादल छाए रहेंगे, जिससे प्रदेश भर में अधिकतम तापमान में इजाफा नहीं होगा। इसके बाद 13 और 14 अप्रैल को एक और वेस्टर्न डिस्टरबैंस प्रदेश में तीखी गर्मी की राह में बाधा बनेगा। ऐसे में फिलहाल अप्रैल के शुरूआती दो महीनों में तेज गर्मी लोगों को नहीं सताएगी।
महंगी भी पड़ सकती है ये फौरी राहत
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अप्रैल माह में कम तापमान और बारिश जैसे रुख से कुछ दिनों के लिए तीखी गर्मी से राहत जरूर मिलेगी, लेकिन इसकी भारी कीमत भी चुकानी पड़ सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अप्रैल की बारिश और कम तापमान का सीधा असर मानसून पर हो सकता है। क्योंकि, तापमान कम रहने से वाष्पीकरण की दर घट जाएगी। ऐसे में अगर आने वाला मानसून कमजोर हो गया। इसका सीधा असर प्रदेश की आम जनता और अर्थव्यवस्था पर होगा। हाल-फिलहाल तो मौसम वैज्ञानिक यही उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले मई महीने में जोरदार गर्मी पड़ेगी, जिससे मौसम की चाल वापस पटरी पर आ जाएगी।