
नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 79वीं जयंती है। इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पिता को लद्दाख में लद्दाख में पैंगोंग झील के तट पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राजीव गांधी के समाधि स्थल वीर भूमि पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे। कांग्रेस आज के दिन को सद्भावना दिवस के रूप में मनाती है।
प्रियंका गांधी ने दी श्रद्धांजलि
प्रियंका गांधी और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ने भी राजीव गांधी को फूल अर्पित कर दी श्रद्धांजलि।
लद्दाख में पिता का जन्मदिन मनाएंगे राहुल
राहुल गांधी इस वक्त लद्दाख दौरे पर हैं। पैंगोंग त्सो झील के किनारे एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दी गई।
#WATCH | Congress MP Rahul Gandhi pays tribute to his father and former Prime Minister Rajiv Gandhi on his birth anniversary from the banks of Pangong Tso in Ladakh pic.twitter.com/OMXWIXR3m2
— ANI (@ANI) August 20, 2023
राहुल बोले- पापा आपके निशान मेरा रास्ता हैं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पिता राजीव गांधी की जयंती पर ट्वीट कर लिखा- ‘पापा, आप की आंखों में भारत माता के लिए जो सपने थे, इन अनमोल यादों से छलकते हैं। आपके निशान मेरा रास्ता हैं- हर हिंदुस्तानी के संघर्षों और सपनों को समझ रहा हूं, भारत मां की आवाज सुन रहा हूं।’
आत्मघाती बम धमाके में पूर्व पीएम की हुई थी हत्या
भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी की 21 मई 1991 को एक आतंकी हमले में हत्या कर दी गई थी। दक्षिण भारत के तमिलनाडु में लोकसभा चुनाव का प्रचार करने के दौरान राजीव गांधी के पास एक महिला फूलों का हार लेकर पहुंची थी, जिसने राजीव के करीब जाकर खुद को बम से उड़ा दिया था। धमाके में राजीव और हमलावर धनु समेत 16 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि 45 लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी
राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल में श्रीलंका में शांति सेना भेजी थी, जिससे तमिल विद्रोही संगठन लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) उनसे नाराज चल रहा था। जिसके बाद 1991 में चेन्नई के पास श्रीपेरम्बदूर में लिट्टे ने राजीव पर आत्मघाती हमला करवाया। 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने। राजीव जब प्रधानमंत्री बने, तब उनकी उम्र महज 40 साल थी। वे देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे।