राजधानी भोपाल में कमला नेहरू अस्पताल में आग लगने से मरने वाले बच्चों की संख्या 7 होने की सूचना मिली है। पोस्टमार्टम के लिए 7 मासूमों के शव मर्च्यूरी लाए गए हैं। जानकारी मिली है कि अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान मंगलवार सुबह ही हमीदिया अस्पताल पहुंचे। उनके साथ मेडिकल कॉलेज के डीन भी मौजूद थे। बता दें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे की जांच की जिम्मेदारी सुलेमान को दी हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दोपहर 1 बजे कमला नेहरू अस्पताल पहुंच रहे हैं।
भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में कल एक हृदय विदारक और अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी, जिसके कारण हमारे कई नौनिहाल चले गये।
मन और आत्मा व्यथित है। मैंने जांच के निर्देश दिये हैं।
यह लापरवाही, आपराधिक लापरवाही है। इसमें जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जायेगा। pic.twitter.com/0oSmELkuiG
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 9, 2021
परिजनों को स्टाफ की साजिश की आशंका
परिजनों का कहना है कि हादसे से पहले वार्ड में नर्स और वॉर्ड बॉय के बीच झगड़ा हुआ था। लड़ाई के दौरान दोनों ने एक दूसरे को धमकियां भी दी थीं। इस बीच परिजन वार्ड से बाहर निकल गए थे। लड़ाई के ठीक 5 मिनट बाद ही आग लग गई।

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मंत्री का दावा- सिर्फ 4 की ही मौत
सुबह 11 बजे मंत्री विश्वास सारंग को लोगों ने घेर लिया। मंत्री ने उन्हें समझाते हुए कहा कि 4 बच्चों की ही मौत हुई है। बाकी बच्चों का बेहतर इलाज किया जा रहा है। परिजन को 4-4 के ग्रुप में बच्चों के पास ले जाया जाएगा। हादसे के दोषियों पर सख्त कार्रवाई करेंगे। इसके बाद लोग शांत हुए।
बच्चों की मौत का आंकड़ा ज्यादा- परिजन
परिजनों का आरोप है कि सरकार और अस्पताल का मैनेजमेंट मौत के आंकड़ों को छिपा रहा है। सिर्फ 4 बच्चों की मौत नहीं हुई है। आंकड़ा इससे ज्यादा है। तभी तो उन्हें उनके बच्चों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। मृत हुए बच्चों को लेकर भी तस्वीर साफ नहीं है कि वे किसके हैं। सिर्फ मौखिक रूप से मौत की जानकारी दी गई है।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में आग लगने की घटना में चार मासूमों की मृत्यु होने की बेहद दुखद जानकारी मिली है।
पीड़ित परिवारों के प्रति शोक संवेदनाएँ।
अन्य घायल बच्चों के समुचित इलाज की सरकार व्यवस्था करे।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 9, 2021