
शहर की सड़कों पर अंधाधुंध रफ्तार से वाहन चलाकर अपनी और दूसरों की जान खतरे में डालने वाले अब बचेंगे नहीं क्योंकि जबलपुर पुलिस को अब हाईटेक इंटरसेप्टर वाहन मिल गया है। इंफ्रारेड व लेजर गन समेत कई आधुनिक तकनीकों से लेस ये वाहन दूर से आने वाले किसी भी वाहन की रफ्तार को माप लेगा और तय सीमा से अधिक रफ्तार पाए जाने पर तुरंत गाड़ी रुकवाकर चालानी कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने इंटरसेप्टर वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और उसकी टेस्टिंग भी की। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उत्तर/यातायात संजय कुमार अग्रवाल समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
50 प्रतिशत दुर्घटनाओं को खुद टाला जा सकता है : एसपी
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने कहा कि वाहन चलाते समय यदि सही तरीके से ट्राफिक नियमों का पालन किया जाए तो 50 प्रतिशत दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है। ज्यादातर लोग यातायात नियमों की जानकारी रखते हुए भी अनदेखी करते हैं। स्पीड लिमिट जानते हुए भी तेज वाहन चलाते हैं और दुर्घटना का शिकार होते हैं। एसपी ने आगे कहा कि सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या अन्य दुर्घटनाओं से मरने वालों की संख्या की तुलना मे काफी अधिक होती है। ऐसे में इंटरसेप्टर वाहन निश्चित ही जबलपुर में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में उपयोगी साबित होगा।
जबलपुर पहुंचे नए इंटरसेप्टर वाहन को एसपी ने दिखाई हरी झंडी, ओवर स्पीडिंग व ड्रिंक एंड ड्राइव करने वालों की अब खैर नहीं#Interceptor #JabalpurNews #JabalpurPolice pic.twitter.com/889YosIb36
— Peoples Samachar (@psamachar1) October 11, 2021
जबलपुर समेत 33 जिलों को मिला इंटरसेप्टर वाहन
जानकारी के मुताबिक ओवरस्पीडिंग रोकने के लिए खासतौर पर इन वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसी वजह से प्रदेश में जबलपुर समेत 33 जिलों की ट्रैफिक पुलिस को इंटरसेप्टर वाहन मिले हैं। इससे ओवरस्पीडिंग और उससे होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जाएगा। इंटरसेप्टर वाहन के उद्घाटन समारोह में जबलपुर एसपी के अलावा उप पुलिस अधीक्षक यातायात मधुकर चौकीकर व पंकज परमार, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय/नगर पुलिस अधीक्षक गढ़ा तुषार सिंह, रक्षित निरीक्षक जबलपुर सौरभ तिवारी, यातयात निरीक्षक हेमंत बरहैया, पल्लवी पांडे, सूबेदार मोहन सिंह, अमित शिववंशी, रोहित तिवारी, मलिक प्यासी आदि उपस्थित रहे।
अंधेरे में भी बच पाना मुश्किल
इस वाहन की सबसे खास बात यह है कि इंफ्रारेड और लेजर तकनीक की मदद से अंधेरे में आने वाले वाहनों की रफ्तार भी आसानी से मापी जा सकेगी। वहीं इसमें लगा हाई रिजॉल्यूशन नाइट विशन कैमरा तुरंत वाहन की फोटो खींच लेगा और तत्काल वाहन चालक को चालान सौंप दिया जाएगा।
ड्रिंक एंड ड्राइव का भी बनेगा चालान
इस वाहन मे ध्वनि प्रदूषण मापक यंत्र, जी.पी.एस के साथ-साथ ब्रीथ एनेलाइजर भी लगा हुआ है। उक्त लगे उपकरणों की मदद से इंटरसेप्टर वाहन तेज गति से चलने वाले ओवर स्पीड वाहनों, बिना सीट बेल्ट, बिना हेलमेट, ट्रिपलिंग सवारी पर नजर रखने के साथ-साथ शराब पीकर वाहन चलाने वालों को भी पकड़ेगा। सबूत के तौर पर इसमें वीडियो रिकॉर्ड भी होगा।