
धार। भोपाल की बंद पड़ी यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से कंटेनर ट्रकों में भरकर लाए गए 337 मीट्रिक टन खतरनाक कचरे को धार जिले के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित रामकी एनवायरो कंपनी में उतारने की प्रक्रिया गुरुवार को शुरू कर दी गई। प्रशासन ने बताया कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए यह प्रक्रिया दोपहर करीब 3 बजे स्थानीय प्रतिनिधियों और प्रशासन की मौजूदगी में प्रारंभ की गई। यहां बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स और जनप्रतिनिधि भी मौजूद हैं। बता दें कि ये कंटेनर 1 जनवरी से खड़े ट्रकों में रखे हैं।
अभी नहीं जलाया जा रहा कचरा
पीथमपुर के एसडीएम प्रमोद सिंह गूजर ने ‘ऑडियो और विजुअल क्लिप’ में स्पष्ट किया कि फिलहाल केवल रासायनिक कचरे से भरे कंटेनर खाली किए जा रहे हैं और अभी इसे जलाने की कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। उन्होंने कहा, “कोई गलत सूचना या अफवाह न फैलाई जाए। सभी प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ट्रकों से कचरा उतारा जा रहा है, लेकिन यूनिट में आगे कोई गतिविधि नहीं हो रही है।”
स्थानीय लोगों का विरोध जारी
जनवरी में जब इस खतरनाक कचरे को भस्मीकरण के लिए एक निजी संयंत्र में लाया गया था, तब धार जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर पीथमपुर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। विरोध करने वालों ने दावा किया कि इस कचरे के निपटान से स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य और पर्यावरण को गंभीर खतरा हो सकता है।
शवासन कर प्रशासन के फैसले का किया विरोध
बुधवार को भी विरोध जारी रहा, जब प्रदर्शनकारियों ने शवासन कर प्रशासन के फैसले का विरोध किया। हालांकि, प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है और किसी भी प्रकार की हानिकारक गतिविधि की अनुमति नहीं दी जाएगी।