
प्रयागराज। संगम नगरी में महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर-22 में गुरुवार को आग लग गई है, जिसमें 15 टेंट जलकर राख हो गए। फायर ब्रिगेड की छह गाडियों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है। इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई।
आग जिस जगह पर लगी है, वहां कोई जनता नहीं थी, इसलिए किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। सीनियर अफसर भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। बुधवार यानी कल मौनी अमावस्या के मौके पर भगदड़ मची थी। इसमें प्रशासन ने 30 मौतें स्वीकार की थी।
डोम सिटी में भी लगी थी आग
मुख्य अग्निशमन अधिकरी प्रमोद शर्मा ने बताया कि टेंट में आग लगने की सूचना पर अग्निशमन दल की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने बताया 15 टेंट आग की चपेट में आए थे। इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। उन्होंने बताया कि जहां आग लगी वहां शिविर पर शैव संप्रदाय जूना अखाड़े का फर्जी बोर्ड़ लगा रखा था और शिविर अनाधिकृत रूप से लगाया गया था।
प्रमोद शर्मा ने बताया कि इससे कुछ समय पहले अरैल की तरफ बने डोम सिटी में भी आग लगने की घटना की सूचना मिली थी, जहां चार अग्निशमन वाहनों ने पहुंचकर 40 सेंकेंड्स में आग पर काबू पा लिया। इस घटना में भी कोई जनहानि नहीं हुई है। दोनों आग लगने की घटनाओं के कारण का पता लगाया जा रहा है।
मौनी अमावस्या पर भगदड़ में 30 लोगों की मौत
मौनी अमावस्या पर मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को संगम तट पर भगदड़ मच गई थी। जिसमें प्रयागराज प्रशासन ने 30 लोगों की मौत की पुष्टि की है। जिनके परिवार वालों के लिए सीएम योगी ने 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। वहीं, 60 घायल हुए हैं। इसके बाद रात को CM योगी ने टॉप अफसरों के साथ हाई लेवल की मीटिंग की। फिर महाकुंभ में अनुभवी ऑफिसर्स की ड्यूटी लगाई गई है।
सेक्टर 19 में लगी थी आग
गौरतलब है कि 19 जनवरी को शाम करीब साढ़े चार बजे महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 19 में स्थित गीता प्रेस के पांडाल समेत अन्य कुछ पांडालों में आग लग गई थी। बताया जा रहा है कि शास्त्री ब्रिज के पास सिलेंडर ब्लास्ट के बाद टेंट में आग लग गई थी। देखते ही देखते पूरे टेंट को अपनी चपेट में लिया। इसके बाद टेंट में रखे कुछ सिलेंडर में ब्लास्ट भी हुआ जिसके बाद आग ने विकराल रूप ले लिया। आनन-फानन में दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। इसमें गीता प्रेस के 180 कॉटेज आग में जल गए थे।
महाकुंभ मेले में 5 बड़े बदलाव
- मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन : सभी प्रकार के वाहनों का मेला क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।
- मेला प्रशासन की ओर से VVIP पास रद्द : किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा।
- मेला क्षेत्र में रास्ते किए गए वन-वे : श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू की गई है। जिसके तहत श्रद्धालुओं को एक मार्ग से एंट्री मिलेगी और वो दूसरे रास्ते से बाहर आ सकेंगे।
- वाहनों की एंट्री पर रोक : प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है।
- 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध : बसंत पंचमी का स्नान संपन्न होने तक सख्त प्रतिबंध लागू रहेंगे> शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
महाकुंभ अमृत स्नान तिथियां
- मकर संक्रांति – 14 जनवरी 2025 के दिन पहला अमृत स्नान हो चुका।
- मौनी अमावस्या – 29 जनवरी 2025 के दिन दूसरा अमृत स्नान होगा।
- बसंत पंचमी – 3 फरवरी 2025 के दिन तीसरा अमृत स्नान होगा।
- माघ पूर्णिमा – 12 फरवरी 2025 के दिन चौथा अमृत स्नान होगा।
- महाशिवरात्रि – 26 फरवरी 2025 के दिन आखिरी अमृत स्नान होगा।
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