
भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अब भी नाम बदलने का सिलसिला जारी है। इसी तरह अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के ग्राम पंचायत इस्लामनगर का नाम बदल दिया गया है। अब इसे जगदीशपुर के नाम से जाना जाएगा। तीन दशकों से चल रही नाम बदलने की मांग अब पूरी हो गई और केंद्र सरकार की हरी झंडी मिलते ही राज्य सरकार ने भी बुधवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिया।
गांव का पुराना नाम जगदीशपुर था
इतिहासकारों के मुताबिक, इस गांव का पुराना नाम जगदीशपुर था। 17वीं शताब्दी में जगदीशपुर पर औरंगजेब की सेना के भगोड़े सैनिक दोस्त मोहम्मद खान ने आक्रमण किया था और इसका नाम बदलकर इस्लामनगर कर दिया था। अब 308 साल बाद फिर से भोपाल के ग्राम पंचायत को जगदीशपुर ही करने का फैसला किया गया है।
लंबे समय से की जा रही थी मांग
बता दें कि भोपाल से 14 किमी दूर स्थित इस ऐतिहासिक धरोहर को देखने के लिए बड़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंचते हैं। इस गांव का नाम जगदीशपुर करने की मांग पिछले तीन दशकों से चल रही थी। 17 साल पहले यहां की पंचायत ने सरकार को पत्र लिखकर जगदीशपुर नाम करने को लेकर अनापत्ति व्यक्त की थी। हुजूर विधायक से लेकर भाजपा की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने मांग दोहराई थी।
प्रज्ञा ठाकुर जश्न में होंगी शामिल
जानकारी के मुताबिक, नाम बदलने की अधिसूचना जारी होने के बाद बड़े आयोजन की तैयारी की जा रही है। बैरसिया विधायक विष्णु खत्री, भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर, हुजूर विधायक समेत पुरातत्व विभाग के कई अधिकारी भी इसमें शामिल होंगे।
प्रदेश में इनके बदले नाम
मध्य प्रदेश में हाल ही में होशंगाबाद ज़िले का नाम भी बदलकर नर्मदापुरम किया गया था। इसे लेकर भी लंबे समय से मांग चल रही थी। इसके अलावा भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम भी बदलकर रानी कमलापति रखा गया था। इसी साल दो गांवों के नाम बदले गए हैं, उनमें टीकमगढ़ जिले का शिवपुरी गांव शामिल है। साथ ही अचर्रा गांव का नाम भी बदल दिया गया है। शिवपुरी गांव का नाम सरकार ने बदलकर कुंडेश्वर धाम कर दिया था। वहीं, अचर्रा गांव का नाम बदलकर आचार्य धाम कर दिया गया था।