
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित केदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल में करीब छह माह बंद रहने के बाद श्रद्धालुओं के लिए दो मई को फिर खोल दिए जाएंगे। श्री बदरीनाथ—केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में परंपरागत रूप से पूजा—अर्चना करने के बाद धर्माचार्य वेदपाठियों ने पंचाग गणना कर केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले जाने का मुहूर्त निकाला।
27 अप्रैल को होगी भैरवनाथ जी की पूजा
परंपरा के अनुसार, 27 अप्रैल को भगवान भैरवनाथ जी की पूजा-अर्चना होगी। इसके बाद 28 अप्रैल को श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी।
पंचमुखी डोली का यात्रा कार्यक्रम
भगवान केदारनाथ की डोली 28 अप्रैल को उखीमठ से निकलकर विभिन्न पड़ावों पर विश्राम करेगी-
- 28 अप्रैल – प्रथम पड़ाव: श्री विश्वनाथ मंदिर, गुप्तकाशी
- 29 अप्रैल – द्वितीय पड़ाव: फाटा
- 30 अप्रैल – तृतीय पड़ाव: गौरादेवी मंदिर, गौरीकुंड
- 1 मई – केदारनाथ धाम पहुंचने का कार्यक्रम
बदरीनाथ धाम और अन्य तीर्थों के कपाट खुलने की तिथि
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को प्रातः 6 बजे खुलेंगे। वहीं, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के दिन, यानी 30 अप्रैल को खोले जाएंगे।