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24 घंटे बाद ही सलाखों से बाहर आ गया निलंबित SDM, कल भेजा था जेल आज मिल गई जमानत

झाबुआ/भोपाल। आदिवासी बालिकाओं के साथ अश्लील हरकत करने वाले झाबुआ के सस्पेंड एसडीएम सुनील झा को बुधवार को जमानत मिल गई है। अनुसूचित जनजाति आश्रम में निरीक्षण के दौरान आदिवासी बालिकाओं के साथ छेड़छाड़ के आरोप में मंगलवार को सरकार ने सस्पेंड किया था। इसके बाद पुलिस ने कल ही गिरफ्तार भी किया था। विशेष न्यायालय ने बुधवार शाम को जमानत अर्जी पर सुनवाई की और निलंबित एसडीएम झा को जमानत दे दी है।

कोर्ट ने जमानत पर किया रिहा

इस मामले में बुधवार को कोर्ट में बहस हुई। सुनील झा की और से कोर्ट में पैरवी कर रहे वरिष्ठ अभिभाषक दिनेश सक्सेना ने बताया कि कोर्ट ने बुधवार को जमानत अर्जी पर सुनवाई करने के बाद जमानत अर्जी को मंजूर करते हुए जमानत दे दी है। कोर्ट ने 40 हजार रुपए की जमानत पर बुधवार शाम को सुनील झा को रिहा कर दिया है।

कमिश्नर ने एसडीएम को किया था सस्पेंड

बता दें कि सोमवार को झाबुआ कलेक्टर ने इस मामले में इंदौर कमिश्नर को उन्हे निलंबित करने की अनुशंसा भेजी थी। कलेक्टर के प्रतिवेदन पर कमिश्नर पवन शर्मा ने सुनिल झा को सस्पेंड करते हुए बुरहानपुर अटैच कर दिया था।

क्या है मामला ?

दरअसल, झा सुनील कुमार पर आदिवासी बालिकाओं के साथ छेड़खानी करने का गंभीर आरोप लगा। ये आरोप तीन बालिकाओं ने लगाया हैं, जो 13-13 व 11 साल की बताई जा रही है। बालिकाओं ने शिकायत में बताया था कि रविवार को छुट्टी होने के कारण वे आश्रम के बाहर खेल रही थी। इस दौरान एसडीएम झा आश्रम का निरीक्षण पहुंचे, जहां कमरा नंबर 5 में आकर बैठ गए। इस बीच बातचीत करते हुए उन्होंने अश्लील हरकतें की एवं अनुचित सवाल भी किए। जब बालिकाओं ने बैड टच के बारे में अधीक्षिका को बताया तो उन्होंने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को इसके बारे में अवगत करवाया। इसके बाद एसडीएम झा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई।

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