
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार कूपोषण को पूरी तरह खत्म करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इस संबंध में सरकार द्वारा कुपोषित बच्चों के हित में बड़ा फैसला लिया गया है। जानकारी के अनुसार, अब आंगनबाड़ी केंद्रों के पोषण वाटिकाओं में लगाई जाने वाली सब्जी और फल बाहर बाजार मे नहीं बेचे जाएंगे बल्कि कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दिए जाएंगे।
96 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में लगाई पोषण वाटिका
प्रदेश के 96 हजार 135 आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका लगाई गई हैं। बता दें कि इसकी प्रधानमंत्री कार्यालय सघन मॉनिटरिंग कर रहा है। जिसमें कई तरह की सब्जियां और फल बोए जाते हैं। पहले यहां उगने वाली सब्जियां बाहर बाजार में बेच दी जाती थी, लेकिन अब मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लिए गए फैसले के बाद यहां उगने वाली सब्जियों को अति कुपोषित बच्चों, गर्भवती महिलाओं को दी जाएंगी।
अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक, आंगनबाड़ी केंद्रों की निगरानी और रखरखाव का जिम्मा जिला कार्यक्रम अधिकारी और परियोजना अधिकारियों को दिया गया है। इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग ने निर्देश जारी किए हैं।
निर्देश में साफ तौर पर कही ये बात
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जारी किए गए निर्देश में साफ तौर पर कहा गया है कि आंगनबाड़ी केंद्रो में उगने वाली फल और सब्जियों को आंगनबाड़ी केंद्रों के हितग्रहियों और भोजन तैयार करने वाले स्व-सहायता समूहों को दिया जा सकता है। बता दें कि ये व्यवस्था नियमित रूप से दिए जाने वाले नाश्ते और गर्म खाने के अतिरिक्त होगी।
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