
इंदौर। रियल एस्टेट कारोबारी अनीस मोहम्मद के घर में डेढ़ करोड़ रुपये की चोरी का मामला सामने आया है। कारोबारी के नेपाली नौकर दीपेश थापा ने अपने साथी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने कारोबारी को खाने में बेहोशी की दवा देकर बेहोश कर दिया और 75 लाख रुपये के जेवर, 19 लाख नकद, 10 लाख रुपये की घड़ियां और एक थार एसयूवी लेकर फरार हो गए।
यह घटना इंदौर के सिल्वर स्प्रिंग टाउनशिप की है और इसे शहर की सबसे बड़ी चोरी माना जा रहा है। घटना को लेकर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने इसे बड़ी चोरी का मामला बताया है। फरियादी मोहम्मद अनीस ने तेजाजी नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। तेजाजी नगर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
वारदात का पूरा घटनाक्रम
कारोबारी अनीस मोहम्मद ने बताया कि वे अकेले घर में रहते हैं। उनकी पत्नी महू और बेटा देहरादून में हॉस्टल में रहते हैं। घर की सफाई, खाना बनाने और पालतू बिल्ली की देखभाल के लिए उन्होंने सिक्योरिटी एजेंसी के माध्यम से नेपाली नौकर दीपेश थापा को काम पर रखा था।
दीपेश ने मात्र 14 दिन में घर की अलमारियों, लॉकर और तिजोरी की जानकारी हासिल कर ली। गुरुवार रात दीपेश ने अनीस के खाने में बेहोशी की दवा मिलाई। खाना खाने के बाद अनीस को चक्कर आने लगे, तो दीपेश ने उन्हें बेडरूम में सुला दिया। इसके बाद दीपेश ने अपने साथी को घर बुलाया। दोनों ने अलमारियां और तिजोरी खंगालकर जेवर, नकदी और घड़ियां चुरा लीं। जाते वक्त आरोपी थार एसयूवी लेकर फरार हो गए।
CCTV और डीवीआर की छेड़छाड़
आरोपियों को घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की जानकारी थी। उन्होंने सबूत मिटाने के लिए डीवीआर को पानी की बाल्टी में डालकर फुटेज डिलीट करने की कोशिश की। हालांकि, एक कैमरे का डीवीआर कनेक्शन अलग था, जिसमें वारदात की तस्वीरें कैद हो गईं।
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि कारोबारी मोहम्मद अनीस कुरैशी सिल्वर स्प्रिंग कॉलोनी में अकेले रहते थे। नौकर ने 12 दिसंबर की रात मौका देखकर उनके खाने में बेहोशी की दवा मिला दी और लाखों के जेवरात, नकदी और एसयूवी लेकर फरार हो गया।
बेहोशी की दवा देकर वारदात की तैयारी
घटना के बाद अनीस को करीब 24 घंटे बाद होश आया। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने पुलिस को बताया कि दीपेश बीते 4-5 दिनों से बेहोशी की दवा दे रहा था। हर दिन सुबह 10 बजे उठने वाले अनीस शुक्रवार को पूरा दिन बेसुध रहे। घटना की जानकारी तब मिली, जब सिक्योरिटी एजेंसी का कर्मचारी दीपेश की नौकरी छोड़ने की सूचना देने कारोबारी के घर पहुंचा।
कारोबारी ने वैरिफिकेशन की हिदायत दी थी
अनीस ने नौकर दीपेश की नियुक्ति के समय ही सिक्योरिटी एजेंसी के संचालक हेमंत पंवार को वैरिफिकेशन कराने के लिए कहा था। लेकिन एजेंसी ने इसे नजरअंदाज किया।
चोरी का सामान
- 75 लाख रुपये के जेवरात
- 19 लाख रुपये नकद
- 10 लाख रुपये की महंगी घड़ियां
- थार एसयूवी
महू और नेपाल बॉर्डर पर अलर्ट
घटना की सूचना अनीस ने महू के सेना अधिकारियों और नेपाल बॉर्डर पर भी दी। नेपाल भागने की आशंका के चलते बॉर्डर पर निगरानी बढ़ा दी गई है। वहीं तेजाजी नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने घटनास्थल से सबूत जुटाए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं। डीवीआर से मिली फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।
थार एसयूवी बरामद
पुलिस ने चोरी की गई थार गाड़ी को तीन इमली बस स्टैंड के पास से बरामद कर लिया है। फिलहाल, पुलिस आरोपियों की धरपकड़ और चोरी किए गए सामान की बरामदगी के लिए जुटी हुई है।