भोपालमध्य प्रदेश

पंचतत्व में विलीन हुए शरद यादव : गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी अंतिम विदाई, बेटी शुभांगिनी और बेटे शांतनु ने दी मुखाग्नि

भोपाल/नर्मदापुरम। JDU (जनता दल) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव शनिवार शाम को पंचतत्व में विलीन हो गए। बेटी शुभांगिनी और बेटे शांतनु ने मुखाग्नि दी। उनकी पार्थिव देह दोपहर करीब सवा तीन बजे नर्मदापुरम के माखननगर में स्‍थित उनके पैतृक गांव आंखमऊ पहुंची। यहां पूरे राजकीय सम्‍मान के साथ उनका अंतिम संस्‍कार किया गया। अंतिम संस्‍कार से पहले उन्‍हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

परिवार के लोगों के आंसू निकल आए

शरद यादव की पार्थिव देह जैसे ही पैतृक गांव आंखमऊ पहुंची, जहां उनकी पत्‍नी डॉ. रेखा और बेटी सुभाषिनी परिवार के अन्‍य लोगों से मिलीं, उनके सब्र का बांध टूट गया और वे बिलख पड़ीं। यह देख वहां मौजूद अन्‍य लोगों की भी आंखें भर आईं। शरद यादव की पार्थिव देह पर लोगों ने उन्‍हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उनके अंतिम संस्‍कार में शामिल होने केंद्रीय राज्‍य मंत्री प्रह्लाद पटेल और पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी समेत बड़ी संख्‍या में लोग पहुंचे।

शरद यादव की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव पहुंचते ही परिवार के लोगों के आंसू निकल आए।

नारे के साथ निकली अंतिम यात्रा

दोपहर करीब सवा 3 बजे शरद यादव की पार्थिव देह भोपाल से आंखमऊ पहुंची। इस दौरान लोगों ने जब तक सूरज-चांद रहेगा, शरद तेरा नाम रहेगा। शरद यादव अमर रहे… अमर रहे के नारे लगाए गए। शाम करीब 4 बजे शरद यादव की अंतिम यात्रा शुरू हुई। शरद यादव की पार्थिव देह को अंतिम संस्कार स्थल तक ले जाया गया।

CM शिवराज ने दी श्रद्धांजलि

JDU (जनता दल) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की पार्थिव देह शनिवार को चार्टर्ड विमान के जरिए दिल्‍ली से भोपाल लाई गई। स्टेट हैंगर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan), भाजपा के प्रदेशाध्‍यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, विधायक पीसी शर्मा, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह पटेल, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा समेत अन्‍य गणमान्‍य लोगों ने उन्‍हें श्रद्धांजलि दी।

दिग्विजय सिंह भी पहुंचे आंखमऊ

यहां से शरद यादव की पार्थिव देह को नर्मदापुरम के माखननगर में स्‍थित पैतृक गांव आंखमऊ सड़क मार्ग से ले जाया गया। दिग्विजय सिंह भी आंखमऊ तक पहुंचे। शरद यादव का गुरुवार को 75 साल की उम्र में दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था।

प्रमुख समाजवादी नेता थे शरद यादव

शरद यादव का जन्म 1 जुलाई 1947 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के बंदाई गांव के एक किसान परिवार में हुआ था। शरद यादव एक प्रमुख समाजवादी नेता थे। वे 70 के दशक में कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल कर चर्चा में आए थे। वह लोकदल और जनता पार्टी से टूटकर बनी पार्टियों में रहे।

केंद्र की वीपी सिंह और वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे

• शरद यादव 1989 में वीपी सिंह नीत सरकार में मंत्री थे।
• शरद यादव 1989-90 में टेक्सटाइल और फूड मंत्री रहे।
• शरद यादव ने 1999 और 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विभिन्न विभागों में मंत्री रहे थे

• 13 अक्टूबर 1999 को नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया।
• 2001 में वे केंद्रीय श्रम मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री बने।
• 2003 में शरद यादव जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अध्यक्ष बने थे।
• एक जुलाई 2002 से 15 मई 2004 तक केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्री, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री भी बनाए गए।
• साल 2018 में जदयू से अलग होकर लोकतांत्रिक जनता दल (LJD) बनाया था।
• साल 2022 में अपनी पार्टी का राष्ट्रीय जनता दल में विलय कर लिया था।

1974 में जबलपुर से पहली बार बने थे सांसद

उनका राजनीतिक करियर छात्र राजनीति से शुरू हो गया था। सक्रिय राजनीति में उन्होंने साल 1974 में पहली बार जबलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। यह सीट हिंदी सेवी सेठ गोविंददास के निधन से खाली हुई थी। शरद इस सीट को जीतने में कामयाब रहे और पहली बार संसद भवन पहुंचे। इसके बाद साल 1977 में भी वे इसी सीट से सांसद चुने गए।

• 1978 में उन्हें युवा जनता दल का अध्यक्ष भी बनाया गया। 1981 में शरद यादव की सियासत मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश आ गई।
• साल 1986 में वे राज्यसभा के लिए चुने गए।
• शरद यादव ने एमपी, यूपी के बाद संसदीय राजनीति का सफर बिहार से शुरू किया।
• बिहार के मधेपुरा सीट पर वे 1991, 1996, 1999 और 2009 में चुनाव जीते। इस सीट से उन्हें 4 बार हार का मुंह भी देखना पड़ा।
• शरद यादव 1995 में जनता दल के कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए थे।

ये भी पढ़ें: नहीं रहे शरद यादव: मध्य प्रदेश के पैतृक गांव में कल होगा अंतिम संस्कार, आज दिल्ली स्थित घर में अंतिम दर्शन

मध्य प्रदेश की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें…

संबंधित खबरें...

Back to top button