
जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला अमेरिकी शहर सिएटल बन गया है। मंगलवार को सिएटल सिटी काउंसिल ने शहर के भेदभाव-विरोधी कानून में जाति को शामिल करने के पक्ष में मतदान किया। ऐसा पहली बार है कि जब अमेरिका के किसी शहर ने जाति आधारित भेदभाव को दूर करने के खिलाफ कानून बनाया है। उच्च जाति की हिन्दू क्षमा सावंत द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को सिएटल सिटी काउंसिल ने मंजूरी दे दी।
अध्यादेश के समर्थकों ने कहा कि जाति आधारित भेदभाव राष्ट्रीय और धार्मिक सीमाओं का अतिक्रमण करते हैं और ऐसे कानून के बिना उन लोगों को सुरक्षा नहीं दी जा सकेगी जो जातिगत भेदभाव का सामना करते हैं।
कई कॉलेज और विश्वविद्यालय उठा चुके हैं कठोर कदम
पिछले तीन सालों में अमेरिका के कई कॉलेजों और विश्वविद्यालय ने जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने के लिए कठोर कदम उठाए हैं। दिसंबर 2019 में ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी ने अपनी गैर भेदभाव नीति और कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी सिस्टम में जाति को शामिल करने वाला अमेरिका का पहला विश्वविद्याल बन गया था।
वहीं, कोल्बी कॉलेज, ब्राउन यूनिवर्सिटी और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी व डेविस ने भी इसी उपाय को अपनाया है। हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने साल 2021 में अपने ग्रेजुएशन छात्र संघ के साथ एक एग्रीमेंट किया जिसमें स्टूडेंट वर्कर के लिए जाति संरक्षण भी शामिल है।