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Bihar Politics : बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर, नीतीश ने राज्यपाल को सौंपा समर्थन पत्र; आज शाम हो सकती है ताजपोशी

पटना। बिहार में 17 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार का अंत हो गया है। राज्य में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच नीतीश कुमार ने सुबह करीब 11 बजे अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद वह एनडीए विधायक दल की बैठक में शामिल हुए जहां उन्हें नेता चुना गया। नई सरकार बनाने के लिए नीतीश कुमार ने 128 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा है। जानकारी के मुताबिक, आज शाम 5 बजे शपथ ग्रहण हो सकता है। नीतीश कुमार 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वहीं भाजपा ने सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय सिन्हा को उपनेता बनाया है। इन दोनों को ही डिप्टी सीएम बनाया जा रहा है।

नीतीश ने सरकार बनाने का दावा किया पेश

नीतीश कुमार ने राजभवन पहुंचकर एनडीए गठबंधन के विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा। इस समर्थन पत्र में 128 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। जिसमें 78 विधायक बीजेपी के, 45 विधायक जेडीयू के, चार विधायक HAM के और एक निर्दलीय विधायक के हस्ताक्षर शामिल हैं। राजभवन में शाम पांच बजे नीतीश कुमार शपथ लेंगे।

पटना में लगे नीतीश कुमार और पीएम मोदी के पोस्टर

नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ ही पटना में नीतीश कुमार के साथ में पीएम मोदी के पोस्टर लग गए हैं। पोस्टर में लिखा है- ‘नीतीश सबके हैं, कोटि-कोटि बधाई…’

नीतीश कुमार ने बताया- मैंने इस्तीफा दे दिया

इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि, मैं काम कर रहा था लेकिन मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा था। इससे लोगों को दुख हो रहा था। उन्होंने कहा, ‘आज हमने इस्तीफा सौंप दिया। हमने अपने लोगों, पार्टी की राय को सुना और इसलिए आज हमने इस्तीफा दे दिया। अब पहले के गठबंधन को छोड़कर नया गठबंधन बनाए हैं। आज हम लोग उनसे अलग हो गए। जिस तरह से वहां के लोगों का दावा हो रहा था वो लोगों को खराब लग रहा था। आज अन्य पार्टियां जो पहले साथ में थी वो तय करेंगी। आगे जो होगा वो देखिएगा।’

विधायक दल की बैठक में किया इस्तीफे का ऐलान

रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीतीश कुमार ने जेडीयू विधायक दल की बैठक में इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा कि अब साथ रहना मुश्किल है और इस्तीफे का वक्त है। बैठक के बाद कुछ ही देर में इस्तीफा देने के लिए राजभवन के लिए रवाना हुए।

BJP ने नीतीश के सामने रखी शर्त

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी ने नीतीश कुमार के सामने शर्त रखी हैं कि पहले आप मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दीजिए उसके बाद ही बीजेपी और एनडीए के अन्य घटक दल समर्थन पत्र देंगे। इस्तीफे के बाद ही एनडीए की विधायक दल की बैठक होगी जिसमें नीतीश कुमार को एनडीए का विधायक दल का नेता चुना जाएगा।

2 डिप्टी सीएम के साथ शपथ ले सकते हैं नीतीश

रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीतीश कुमार 2 डिप्टी सीएम के साथ शपथ ले सकते हैं। दोनों डिप्टी सीएम भाजपा से हो सकते हैं। भाजपा-जेडीयू की तरफ से 14-14 मंत्री शपथ ले सकते हैं। वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी ने भी 2 मंत्री पद की मांग की है। शपथ समारोह में गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के भी शामिल होने की खबर है।

असली खेला बाकी है : तेजस्वी

तेजस्वी ने पटना में राजद की बैठक के दौरान दावा किया कि असली खेला बाकी है। नीतीश हमारे आदरणीय थे और रहेंगे। जो काम दो दशकों में नहीं हुआ, वह हमने कम समय में कर दिखाया। पूर्णिया जिले के कांग्रेस कार्यालय में 11:30 बजे प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। जिसमें उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जगनानंद सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे। वहीं लालू ने अपने मंत्रियों से इस्तीफा नहीं देने की बात कही है।

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के बाद बदले हालात

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार की राजनीति में फिर से करवट लेने की अटकलों को बल मिला है। दो दिन पहले यह खबर तेजी से वायरल हुई कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए का हिस्सा बन सकते हैं।

सूत्रों का कहाना है कि इसी वजह से बिहार के सीएम नीतीश ने 3 फरवरी तक के अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं, जिसमें झारखंड की वह रैली भी शामिल है जिसके लिए पार्टी लंबे समय से तैयारी कर रही थी। हालांकि नीतीश 4 फरवरी को प्रधानमंत्री की बेतिया में होने वाली रैली में मोदी के साथ मंच साझा करते दिखाई देंगे। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के बाद जिस तरह से नीतीश ने केंद्र की तारीफ की और उसके बाद बीजेपी के केंद्रीय मंत्रियों से चर्चा हुई, वह साफ करता है कि लालू और नीतीश की राजनीतिक दोस्ती पर भी अब विराम लगना तय है।

जदयू और बीजेपी के बीच डील की खबरें

सूत्रों के मुताबिक बिहार में जदयू और बीजेपी के बीच सरकार बनाने की डील भी लगभग पूरी हो चुकी है। फिलहाल इस तरह की खबरें आ रही हैं कि, सत्ता परिवर्तन होने पर भी बीजेपी नीतीश को ही सीएम बनाए रखने के लिए राजी है। फिलहाल 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में राजद के सबसे ज्यादा 79 विधायक है, लेकिन इन्हें सत्ता से बेदखल कर अब बीजेपी के 78 विधायकों की मदद से नीतिश नई सरकार बनाएंगे। नीतीश ने एनडीए गठबंधन को छोड़कर 2022 में महागठबंधन का हाथ थामा था और आठवीं बार सीएम बने थे।

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