
बिजनेस डेस्क। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shakikanta Das) को गवर्नर ऑफ दि ईयर के सम्मान से सम्मानित किया गया है। सेंट्रल बैंकिंग ने दास के लिए इस अवॉर्ड की घोषणा की है। उन्हें कोरोना महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध और आर्थिक मंदी जैसी चुनौतियों के बीच सफलतापूर्वक काम करने के लिए यह सम्मान दिया गया है।
देश में बढ़ा UPI का चलन
सेंट्रल बैंकिंग के मुताबिक, कोरोना जैसे संकट से निपटने में शक्तिकांत दास का बहुत योगदान था। शक्तिकांत दास के कार्यकाल के दौरान ही देश में यूपीआई पेमेंट का चलन बढ़ा है। डिजिटल पेमेंट के सेक्टर में भारत आगे बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही दास क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ रहे हैं। आरबीआई ने हाल ही में उनके नेतृत्व में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को लॉन्च किया है। शक्तिकांत दास को लगातार दूसरी बार आरबीआई गवर्नर के तौर पर एक्सटेंशन दिया गया है।
बैंकिंग अवार्ड्स 2022 किसे मिला था
इससे पहले चिली की सेंट्रल बैंक के गवर्नर मारियो मार्सेल ने बैंकिंग अवार्ड्स 2022 में गवर्नर ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीता था। चिली के सेंट्रल बैंक का नाम बैंको सेंट्रल डी चिली है। अक्टूबर 2016 में मारियो को सेंट्रल बैंक ऑफ चिली (BCCh) का गवर्नर बनाया गया था। उन्होंने एक ऐसी संस्था का नेतृत्व संभाला, जिसने लैटिन अमेरिका में सबसे स्वतंत्र और अच्छी तरह से चलने वाले केंद्रीय बैंकों में से एक के रूप में प्रतिष्ठा हासिल की थी। मार्सेल ने अपनी आंतरिक प्रबंधन संरचना को बदल दिया, मौद्रिक नीति बैठकों की संख्या को 12 से घटाकर 8 कर दिया।
क्या है सेंट्रल बैंकिंग अवॉर्ड्स
सेंट्रल बैंकिंग पब्लिकेशन हर साल सेंट्रल बैंकिंग अवॉर्ड्स की घोषणा करती है। यह पब्लिक पॉलिसी और फाइनेंशियल मार्केटिंग से जुड़ी संस्था है। यह दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों के कामकाज और वित्तीय प्रबंधन पर नजर रखती है। 2015 में तत्कालीन आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन को भी गवर्नर ऑफ द ईयर का सम्मान मिला था।