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रक्षाबंधन पर दिखेगी तिरंगे की झलक

डिजाइनर और कार्टून कैरेक्टर के साथ तिरंगा राखियों का क्रेज

भोपाल। पिछले दो साल कोरोना काल ने बहनों और भाइयों को रक्षाबंधन के मौके पर दूर कर दिया था लेकिन इस साल उनकी खुशियों में चार चांद लगने वाले हैं। परिवार के बीच बहनें इस बार भाईयों की कलाई में आमने-सामने बैठकर राखी बांध सकेंगी। कोरोना की बंदिशें हटने के बाद रक्षाबंधन से पहले बाजार राखियों से सज गए हैं। बाजार में उठाव के चलते व्यापारियों ने जहां माल की खरीदादीर की है वहीं राखियों की खरीददार भी उत्साहित हैं। हालांकि बाजार में महंगाई की मार का असर भी दिखाई दे रहा है। बाजार में डिजाइनर राखियों के साथ ही तिरंगा राखियों की डिमांड ज्यादा है।

बाजार में इस तरह की राखियां

राजस्थान और गुजरात की राखियां ग्राहकों के मन को बहुत भा रही हैं। इसके साथ ही सावन में भक्ति का रंग चढ़ने से भगवान शिव के साथ ओम और रुद्राक्ष वाली राखी लोगों की पसंद बन रही है। बच्चों के लिए कार्टून कैरेक्टर जैसे डोरीमोन,मोटू-पतलू,स्पाइडर मैन वाली राखियां भी बाजार में है। युवतियां व महिलाएं बाजार में ब्रेसलेट के रूप में कड़ा राखी काफी पसंद कर रही हैं। वहीं भैया- भाभी राखी व चांदी की पॉलिश की गई राखी को प्राथमिकता दे रही हैं।

राखियों के अलग-अलग रेट

  • चांदी की राखियां – 30 रुपए से 1500 रुपए तक
  • सोने की राखियां- 1200 से 15हजार रुपए तक
  • सामान्य राखियां- 10 रुपए से लेकर 400 रुपए तक

दो साल बाद मिलकर मनाएंगे राखी

बाजार में राखियों की खरीदारी करने आई अंबिका श्रीवास्तव का कहना है कि इस साल रक्षाबंधन को लेकर काफी क्रेज है। सब लोग मिलकर राखी का त्योहार मनाएंगे। पिछले दो साल तो राखी का पर्व नहीं मना पाए थे लेकिन इस बार पूरी फेमिली इकट्ठी हो रही है। वहीं अंकिता सिंह ने बताया कि बाजार में नई वैरायटी की राखियां आई है। शहर से बाहर रह रहे भाइयों के लिए राखियां भेजना है।

हर घर तिरंगा अभियान का असर,तिरंगा राखी की बढ़ी डिमांड

तिरंगे वाली चांदी की राखी की डिमांड

सराफा कारोबारी नवनीत अग्रवाल ने बताया कि बाजार में चांदी की नई वैरायटी की राखियां आई हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरु किए गए हर घर तिरंगा अभियान को देखते हुए बाजार में तिरंगे वाली राखियों की डिमांड है। राखियों के रेट पिछले साल की तुलना में 10 फीसदी बढ़े हैं। इसके साथ ही राखी विक्रेता आनंद जोगी के मुताबिक इस बार जरी से जड़ी हुई राखियां काफी पसंद की जा रही है। बाजार में चीन से इस बार कोई उत्पाद नहीं मंगाया गया है।

बाजार गुलजार रहने के आसार

लंबे समय से बाजार में मंदी का दौर चल रहा था। राखी के नजदीक आते ही खरीदारी का दौर शुरु हो गया है। व्यापारियों का कहना है कि आने वाले समय में जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी सहित अन्य त्योहारों के चलते अब बाजार गुलजार होने के आसार हैं।