जबलपुर / नई दिल्ली। रेलवे ने तवा (Tawa) नदी पर बने रेल पुल की फोटो ट्वीट कर उसके 150 साल पूरे होने की जानकारी दी है। तवा ब्रिज और बागरातवा सुरंग सोनतलाई और बागरातवा स्टेशनों के बीच ट्रैक के आठ किलोमीटर के हिस्से पर हैं।
भारतीय रेल के स्वर्णिम इतिहास को बयां करते सन 1870 में निर्मित तवा रेलवे ब्रिज और बागरातवा सुरंग को 150 वर्ष पूरे हो गए।
जबलपुर से इटारसी रेलखण्ड पर नर्मदा नदी की सबसे बड़ी सहायक तवा नदी पर स्थित यह ब्रिज एवं सुरंग आज भी रेल परिचालन में उतनी ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। pic.twitter.com/XpaddSS2fY
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) September 10, 2021
जबलपुर से इटारसी रेल रूट पर तवा नदी पड़ती है। इस रेल रूट पर तवा ब्रिज और बागरातवा सुरंग का निर्माण किया या था। इनका निर्माण ईस्ट इंडियन रेलवे (EIR) और ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे (GIPR) के सिविल इंजीनियर रॉबर्ट मेटलैंड ब्रेरेटन ने किया था। अपने निर्माण के 150 साल पूरे होने के बाद भी यह पुल और सुरंग रेलवे के लिए महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।
पुल और सुरंग के डेढ़ सौ साल पूरे होने पर रेल मंत्रालय ने ट्वीट कर लिखा, ‘भारतीय रेल के स्वर्णिम इतिहास को बयां करते सन 1870 में निर्मित तवा रेलवे ब्रिज और बागरातवा सुरंग को 150 वर्ष पूरे हो गए हैं।’
आजादी के पहले ईस्ट इंडिया रेलवे और ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे ने 150 साल पहले मुंबई और कोलकाता के बीच पहली बार रेल संपर्क के लिए जबलपुर को जोड़ा था।