भोपाल। मंगलवार 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस है। प्रदेश के 14 जिलों में बढ़ती कुत्तों और जानवरों के काटने की घटनाओं से चिंतित स्वास्थ्य विभाग आज से प्रदेश व्यापी जनजागरूकता अभियान की शुरुआत कर रहा है। डॉग बाइट और एनिमल बाइट के हर मरीज को बिना देर एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने के लिए डॉक्टर्स को ट्रेनिंग दी गई है। यही नहीं हर मरीज की एंट्री पोर्टल में करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए विभाग ने एक मोबाइल ऐप भी तैयार कराया है। संभवत: यह मंगलवार को लॉन्च किया जा सकता है।
दरअसल मध्यप्रदेश में औसतन डॉग बाइट के 472 संभावित केस मिल सकते हैं। लेकिन पिछले अगस्त के एक महीने में 14 जिले ऐसे हैं, जहां सामान्य से ज्यादा कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आईं हैं। अकेले अगस्त के एक महीने में इंदौर जिले में कुत्तों के काटने की 2931 केस सामने आए हैं। वहीं रतलाम में 1368 और जबलपुर 1357 डॉग बाइट के मामले सामने आए। इन 14 जिलों के कलेक्टर्स को स्वास्थ्य संचालक ने पत्र लिखकर कुत्तों के वैक्सीनेशन कराने से लेकर रेबीज के संभावित मरीजों के अविलंब टीकाकरण कराने को कहा गया है।
दर्ज नहीं होती कई मरीजों की जानकारी
अफसरों की मानें तो जानवरों के काटने की घटनाओं की जानकारी पोर्टल पर दर्ज नहीं हो पाती। जो मरीज अस्पताल में कुत्ते, बिल्ली और तमाम जानवरों के काटने की शिकायतों के चलते अस्पताल पहुंचते हैं उनका वैक्सीनेशन करके पोर्टल पर एंट्री की जिम्मेदारी मेडिकल ऑफीसर की होगी।
फिलहाल प्रदेश में रेबीज जांच की व्यवस्था नहीं
कुत्तों और तमाम जीव-जंतुओं के काटने से रेबीज की घटनाओं के प्रति चिंता बढ़ना इसलिए लाजमी है क्योंकि मप्र में अब तक रेबीज के संदिग्ध मरीज के सैंपल जांच की व्यवस्था नहीं हैं। रेबीज की जांच के लिए सैंपल मुंबई भेजने पड़ते हैं।
घर के पालतू जानवर भी काटें तो लगवाएं रेबीज की वैक्सीन
डॉक्टरों का कहना है कि अकेले आवारा जानवर ही नहीं, बल्कि अगर घर में पले कुत्ते, बिल्ली, खरगोश आदि कोई भी जानवर यदि काट ले तो तुरंत अस्पताल जाकर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए।
जिला | डॉग बाइट |
इंदौर | 2,931 |
रतलाम | 1,368 |
जबलपुर | 1,357 |
सीहोर | 975 |
सागर | 930 |
भिंड़ | 884 |
रीवा | 881 |
देवास | 685 |
छिंदवाड़ा | 685 |
बैतूल | 682 |
दमोह | 675 |
मंदसौर | 668 |
शाजापुर | 516 |
बड़वानी | 515 |
(रतलाम-जबलपुर में भी डॉग बाइट के ज्यादा केस)