
सिडनी। दुनिया के सबसे बड़े ब्लड डोनर्स जेम्स हैरिसन (88) का निधन हो गया। हैरिसन का खून सबसे दुर्लभ खून माना जाता था, जिसकी वजह से 24 लाख बच्चों की जान बचाई गई। ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले हैरिसन को ‘मैन विद द गोल्डन आर्म’ के नाम से जाना जाता था, जिनके रक्त में दुर्लभ एंटीबॉडी एंटी-डी की मौजूदगी थी। रक्त के प्लाज्मा में पाए जाने वाले एंटी-डी से गर्भवती महिलाओं के लिए दवा बनाई जाती है। यह दवा उन गर्भवती महिलाओं को दी जाती है, जिनके खून से उनके अजन्मे बच्चे पर हमले का खतरा हो सकता है।
14 साल की उम्र में सर्जरी के बाद पता चली थी एंटीबॉडी
जेम्स हैरिसन का निधन 17 फरवरी को नींद में ही हो गया था। हालांकि परिजनों ने सोमवार 3 मार्च को इसका खुलासा किया। ऑस्ट्रेलियन रेड क्रॉस ब्लड सर्विस ने बताया कि हैरिसन जब 14 साल के थे. तब उनकी छाती में बड़ी सर्जरी हुई थी और उन्हें काफी मात्रा में खून चढ़ाया गया। इसी दौरान उनके खून में दुर्लभ एंटीबॉडी का पता चला था, जिसके बाद उन्होंने तय किया था कि वो रक्तदान करेंगे। उन्होंने जिंदगी में 1173 बार ब्लड डोनेट कर 24 लाख बच्चों की जान बचाई।