जबलपुरमध्य प्रदेश

एम्बुलेंस में तड़पते रहे मरीज, डॉक्टरों की हड़ताल देखकर जान अटक गई मरीजों की

जबलपुर। कोई मरीज ओपीडी में लेटा था तो कोई एम्बुलेंस में कहार रहा था। मरीजों की जान उस समय अटक गई जब उन्हें पता चला कि डॉक्टर हड़ताल पर है। अनान फानन में मरीजों के परिजनों ने इधर-उधर प्राइवेट अस्पतालों में पहुंच कर मरीजों का इलाज करवाया। ये नजारा था सेठ गोविंददास जिला अस्पताल विक्टोरिया का। जहां पर सुबह से ही मरीजों का आना शुरू हो गया था। कुछ मरीज तो एम्बुलेंस के अंदर लेटे हुए थे। जिन्हेंं बाकायदा आॅक्सीजन लगी हुई थी।

्शासकीय अस्पतालों में प्रदेशव्यापी थी हड़ताल

मप्र डॉक्टर एसोसिएशन के आव्हान पर डीएपीसी की मांग को लेकर प्रदेश भर के शासकीय अस्पतालों के डॉक्टर्स की बुधवार को हड़ताल पर चले गए थे। जबलपुर में भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज-अस्पताल जिला चिकित्सालय विक्टोरिया, एल्गिन, सिविल अस्पताल रांझी व ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य सेंटरों के चिकित्सक भी हड़ताल में शामिल हैं।

संभागायुक्त और कलेक्टर पहुंचे डॉक्टरों से मिलने

डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाने की खबर लगते ही सुबह संभागायुक्त अभय वर्मा और कलेक्टर सुमन कुमार सौरव हड़ताल पर बैठे सीनियर डॉक्टरों से मिलने नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज-अस्पताल पहुंचे। लेकिन डॉक्टरों ने दो टूक में मना करते हुए कहा कि जब तक सरकार उनकी बातें नहीं मान लेती, तब तक वे उठने वाले नहीं हैं।

दूसरे राज्यों में दिया जा रहा है ग्रेड

मेडिकल टीचर्स ऐसोसिएशन, नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज व मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन, महासंघ मप्र.एवं प्रोगेरिसव मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के समस्त पदाधिकारियों सहित अध्यक्ष डॉ आशीष सिलोदिया ने बताया कि उनकी दूसरे राज्यों में जो ग्रेड डॉक्टरों को दिया जा रहा है। वह यहां पर नहीं दिया जा रहा है। इस सम्बंध में प्रदेश सरकार हमेशा उनकी बातों को टालते आ रही है।

 

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