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लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित : AAP सांसद राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित, संजय सिंह का सस्पेंशन भी बढ़ा

नई दिल्ली। मानसून सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी के सस्पेंशन विरोध में विपक्ष के नेताओं ने दोनों सदनों में हंगामा किया। I.N.D.I.A. के सांसदों ने लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करने का फैसला लिया। वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभा से सस्पेंड कर दिया गया। सांसद संजय सिंह का निलंबन भी बढ़ा दिया गया है। अधीर रंजन समेत तीनों सांसद विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित रहेंगे।

राघव को क्यों किय गया निलंबित

पांच सांसदों का दावा है कि दिल्ली सेवा विधेयक को उनकी सहमति के बिना सेलेक्ट कमेटी को भेजने के प्रस्ताव पर उनके नाम का उल्लेख किया गया था। यह प्रस्ताव AAP सांसद राघव चड्ढा ने पेश किया था। इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जांच की मांग की थी। विरोध दर्ज कराने वाले तीन भाजपा सांसद हैं, एक बीजद से हैं और अन्नाद्रमुक सांसद भी शामिल हैं। इन पांचों सांसदों में सस्मित पात्रा (BJD), नरहरि अमीन (BJP), सुधांशु त्रिवेदी (BJP), नागालैंड से सांसद फांगनोन कोन्याक (BJP) और लोकसभा के पूर्व उपसभापति थंबीदुरई शामिल हैं। थंबीदुरई अन्नाद्रमुक सांसद हैं।

वहीं एक दिन पहले राघव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसी को आधार बनाकर उन्हें सस्पेंड किया गया है। दरअसल, जब मामला प्रिवेलेज कमेटी के पास है तो मीडिया में खुद को डिफेंड करना नियमों का उल्लंघन माना गया है।

अधीर रंजन ने पीएम मोदी पर की थी टिप्पणी

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने अपने संबोधन में महाभारत के एक संदर्भ का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी की थी। कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने लोकसभा में गुरुवार (10 अगस्त) को मणिपुर हिंसा पर कहा- जहां राजा अंधा बैठा रहता है, वहां द्रौपदी का चीरहरण होता है। चाहे हस्तिनापुर में हो या फिर मणिपुर में हो, हस्तिनापुर और मणिपुर में कोई फर्क नहीं है।

जिस पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की। इसी के चलते प्रहलाद जोशी ने अधीर रंजन के खिलाफ निलंबन प्रस्ताव पेश किया। यह मामला विशेषाधिकार समिति के पास भेजा गया है, रिपोर्ट पेश होने तक वे सदन से निलंबित रहेंगे। वहीं कांग्रेस ने अधीर पर इस कार्रवाई को अविश्वसनीय और अलोकतांत्रिक बताया।

अधीर रंजन ने दी सफाई

इस विवाद पर अधीर रंजन चौधरी ने सफाई पेश करते हुए कहा कि, “मैंने पीएम मोदी का अपमान नहीं किया है। मोदी जी हर बात पर बोलते हैं लेकिन मणिपुर मुद्दे पर वह ‘नीरव’ बैठे हैं, जिसका मतलब है चुप बैठना। मेरा इरादा पीएम मोदी का अपमान करना नहीं था। पीएम मोदी को ऐसा नहीं लगा कि उनका अपमान हुआ है, उनके दरबारियों को ऐसा लगा। सांसद अधीर रंजन ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी हर दिन जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी का अपमान करते हैं और यह रिकॉर्ड में है।”

मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी का संबोधन

  • मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी बोले- दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार कर रही प्रयास, निकट भविष्य में शांति का सूरज उगेगा। देश आपके साथ है, ये सदन आपके साथ है, हम सब मिलकर के इस चुनौती का समाधान निकालेंगे। फिर से शांति की स्थापना होगी। सदन में मां भारती के बारे में जो कहा गया उसने हर भारतीय की भावना को गहरी ठेस पहुंचाई, राहुल ने दिया था बयान।
  • राहुल गांधी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी बोले- सत्ता सुख के बगैर विपक्ष का ये हाल, भारत माता की मृत्यु की कामना करते हैं। जिन्होंने मां भारती के तीन टुकड़े किए जब देश को आजादी की बेड़ियों से मुक्ति मिलनी थी, तुष्टीकरण के लिए मां भारती ही नहीं वंदे मातरम् गीत के भी टुकड़े किए।
  • भारत तेरे टुकड़े होंगे को बढ़ावा देने वालों का समर्थन करते हैं, कच्छतिरु लंका के पास एक टापू है, जो दूसरे देश को दे दिया था, इंदिरा गांधी ने दिया था ये टापू, कांग्रेस का इतिहास मां भारती को छिन्न भिन्न करने का रहा है।
  • 5 मार्च 1966 के दिन कांग्रेस ने मिजोरम में नागरिकों पर वायुसेना से हमला कराया, आज भी मिजोरम में 5 मार्च को पूरा राज्य शोक मनाता है, कांंग्रेस ने इस सच को देश से छिपाया, इंदिरा गांधी के समय हुआ हमला।
  • 1962 में रेडियो प्रसारण आज भी नॉर्थ -ईस्ट शूल की तरह चुभता है, नेहरू ने उन्हें चीन हमले के दौरान अपने भाग्य पर छोड़ दिया था।
  • लोहिया ने नेहरू के खिलाफ कहा था कि जानबूझकर नेहरू नॉर्थ ईस्ट का विकास नहीं कर रहे, 30 हजार वर्ग मील के क्षेत्र को विकास से वंचित कर दिया गया था। मेरी कैबिनेट के 400 मंत्रियों ने वहां रात्रि निवास कर विकास की धारा बहाई, ये मेरी सरकार का पूर्वोत्तर के प्रति समर्पण है।
  • इक्का-दुक्का सीटों के प्रति सौतेले व्यवहार का कांग्रेस का रवैया रहा है, हमारे लिए नॉर्थ ईस्ट हमारे लिए जिगर का टुकड़ा।
  • मणिपुर में हिंसा को लेकर पीएम मोदी बोले- नॉर्थ ईस्ट में हिंसा के लिए कांग्रेस की राजनीति जिम्मेदार, मणिपुर कांग्रेस के शासन में अलगाव की आग में झुलस गया। कांग्रेस के राज में मणिपुर में उग्रवादियों की मर्जी चलती थी, बापू की फोटो सरकारी दफ्तरों में नहीं लगती थी, सरकारी स्कूलों में राष्ट्रगान नहीं होते थे।
  • मणिपुर को लेकर कांग्रेस की पीड़ा और संवेदनाएं सिलेक्टिव हैं, ये राजनीति से प्रेरित हैं। मणिपुर में 6 साल से समाधान खोजने की कोशिश चल रही है, नॉर्थ ईस्ट वैश्विक नजरिए से सेंटर पॉइंट बनेगा। हमारी सरकार ने ऩॉर्थ ईस्ट के विकास को पहली प्राथमिकता दी, रेलवे और एयरपोर्ट का विकास किया।
  • देश की जनता को भरोसा दिलाता हूं, समय का पल-पल केवल देशवासियों के लिए। सदन में मोदी-मोदी के लगे नारे।
  • देश को विपक्ष ने निराश किया, सदन के नेता के नाते मैंने 2018 में उनको काम दिया था कि 2023 में वे अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएं, उन्होंने मेरी बात मानी, अब 2028 में लाइए अविश्वास प्रस्ताव, थोड़ी तैयारी और घिसी-पिटी बातें लेकर न आएं.. चीखने-चिल्लाने के अलावा दिमाग वाला भी काम कीजिए।
  • संसद दल के लिए नहीं देश के लिए सम्मानीय सर्वोच्च संस्था है, इसलिए सांसदों को गंभीर होना जरूरी। संसद तफरीह की जगह नहीं, विपक्ष ने मतदाताओं के साथ विश्वासघात किया।
  • देश के लोग अखंड विश्वासी, ये संकल्प के लिए समर्पित समाज, 9 साल में नई बुलंदियों को देश ने छुआ।
  • 2047 में देश विकसित हिंदुस्तान होगा, ये देशवासियों के परिश्रम और संकल्प से होगा। इतिहास हमारे कर्मों को देखेगा, मैंने समय के साथ हर अपशब्द को हंसते हुए मन खराब न करते हुए जवाब दिया। मणिपुर के दर्द की दवा बनकर सभी कम करें, हमने अपने काम के हिसाब का अवसर दिया, यह अविश्वास प्रस्ताव देश के विश्वासघात का प्रस्ताव।
  • अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होने के बाद प्रस्ताव गिरा।

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