
नई दिल्ली। देशभर में दोपहिया वाहनों पर टोल टैक्स लगाए जाने की खबरों को लेकर फैली अफवाहों पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर स्पष्ट किया कि ऐसा कोई भी निर्णय न लिया गया है और न ही प्रस्तावित है। दोपहिया वाहन पहले की तरह टोल टैक्स से मुक्त रहेंगे।
मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने का आरोप
गडकरी ने अपने आधिकारिक पोस्ट में लिखा– कुछ मीडिया हाउसेज द्वारा दो-पहिया (Two-Wheeler) वाहनों पर टोल टैक्स लगाए जाने की भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं। ऐसा कोई निर्णय प्रस्तावित नहीं है। दो-पहिया वाहन के टोल पर पूरी तरह से छूट जारी रहेगी। उन्होंने आगे लिखा- बिना सच्चाई जाने भ्रामक खबरें फैलाकर सनसनी निर्माण करना स्वस्थ पत्रकारिता के लक्षण नहीं हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं।
पिछले कुछ दिनों से वायरल थी झूठी खबर
बीते कुछ दिनों से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि सरकार 15 जुलाई 2025 से दोपहिया वाहनों से भी टोल टैक्स वसूलने जा रही है, और इसके लिए FASTag अनिवार्य कर दिया जाएगा। इन रिपोर्ट्स में यहां तक कहा गया था कि नियम उल्लंघन पर 2000 रुपए का जुर्माना भी लगेगा।
गडकरी के इस बयान के बाद यह साफ हो गया है कि ऐसी सभी खबरें झूठी, भ्रामक और बिना किसी सरकारी पुष्टि के प्रसारित की गई थीं।
दोपहिया वाहन अभी भी टोल से मुक्त क्यों हैं?
- भारत में दोपहिया वाहनों को टोल टैक्स से छूट इसलिए दी जाती है क्योंकि ये छोटे और हल्के वाहन होते हैं।
- हाईवे के रखरखाव पर इनका भार कम होता है।
- ये आम आदमी के परिवहन का प्रमुख साधन हैं।
- सरकार गरीब और मध्यमवर्गीय यात्रियों पर अतिरिक्त भार नहीं डालना चाहती।