
अजय शर्मा-कटनी। जबलपुर से पन्ना जाने वाले स्टेट हाइवे 54 पर बाकल के समीप बने पुल के पिलर में दरारें आ चुकी हैं। 40 साल पहले पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाए गए पुल से रोज बड़ी संख्या में ट्रक, बस गुजरते हैं। इसके रखरखाव का जिम्मा सड़क विकास निगम सागर संभाग के पास है। उसने 10 साल पहले सड़क चौड़ी की, पर पुल की मरम्मत नहीं की।
- ग्रामीणों का कहना है कि पुल धराशाई होता है तो जिला मुख्यालय जाने 20 किमी का चक्कर लगाना होगा।
मैं एक ट्रक ड्राइवर हूं और लगभग 6 वर्षों से ट्रक चला रहा हूं। माल लोड कर इस पुल से मेरा अक्सर आना-जाना होता है। जर्जर पुल से गुजरते समय हमें डर लगता है। जिम्मेदार विभाग को इसकी मरम्मत करवानी चाहिए। – गोविंद कुशवाहा, ट्रक चालक
दरअसल इस प्रकार के पुल की औसतन आयु 50 वर्ष होती है। पटने नदी के पुल का मामला संज्ञान में आया है। शीघ सर्वे कराकर जरूरत पड़ी तो मरम्मत कार्य कराया जाएगा। – सुनील कालरा, जीएम, एमपीआरडीसी