ताजा खबरराष्ट्रीय

Crime Against Womens : चौंकाने वाली है NCRB की ये रिपोर्ट, देश में हर सप्ताह दर्ज किए गए 5 रेप-मर्डर केस

नई दिल्ली। देश में कोलकाता रेप-मर्डर और बदलापुर में बच्चियों के साथ छेड़छाड़ को लेकर विरोध अभी शांत नहीं हुआ था कि महिला अपराधों को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 2017 से 2022 के बीच रेप या गैंगरेप कर हत्या के 1551 मामले दर्ज किए गए हैं। राज्यवार देखें तो रिपोर्ट में सबसे अधिक मामले यूपी में दर्ज किए गए हैं। स्टडी के मुताबिक, रेप कर हत्या के अधिकांश मामलों में पुलिस चार्जशीट दाखिल करने में नाकाम रही है।

हर सप्ताह दर्ज हुए 5 से अधिक मामले

महिला अपराधों को लेकर इस रिपोर्ट को राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने जारी किया है। रेप के बाद हत्या की बढ़ती घटनाओं के बाद 2017 में NCRB ने इन घटनाओं को दर्ज करने के लिए अलग श्रेणी बनाई थी। इस श्रेणी के तहत देश में 2017 से 2022 तक यानी छह सालों में हर सप्ताह रेप के बाद मर्डर के लगभग 5 केस दर्ज किए गए हैं।

यूपी में सबसे अधिक मामले दर्ज

NCRB की इस रिपोर्ट में सबसे अधिक मामले यूपी में दर्ज किए गए हैं। कुल 280 मामलों के साथ यूपी महिलाओं के रेप कर हत्या के मामले में पहले स्थान पर है। साल दर साल बात करें तो 2017 में 223 मामले, 2019 में 283 मामले, 2021 में 284 मामले और 2022 में 248 मामले दर्ज किए गए। 2018 में हत्या के बाद मर्डर के सबसे अधिक मामले दर्ज हुए, जिनकी संख्या 294 है। राज्यों में यूपी के बाद मध्य प्रदेश में 207, असम में 205, महाराष्ट्र में 155 और कर्नाटक में 79 मामले दर्ज किए गए।

पुलिस चार्जशीट दायर करने से कतरा रही

नॉन-प्रॉफिट कॉमनवेल्थ ह्यूमन राइट्स इनिशिएटिव के निदेशक वेंकटेश नायर ने बताया कि पुलिस रेप के बाद हत्या के कई मामलों में जांच पूरी होने के बाद अंतिम रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस को चार्जशीट दर्ज करनी चाहिए थी। यह बहुत चिंताजनक और शर्मनाक है। इन 6 सालों में बलात्कार के बाद हत्या के 140 मामलों को अंतिम रिपोर्ट को बाद बंद कर दिया गया था।

संबंधित खबरें...

Back to top button