
मुंबई। NCP का नया अध्यक्ष चुनने के लिए शुक्रवार को मुंबई में 16 सदस्यीय कोर कमेटी की मीटिंग हुई। इस दौरान शरद पवार के इस्तीफे की पेशकश को नामंजूर कर दिया और उनसे फैसला वापस लेने का अनुरोध किया गया। कमेटी के बाकी सदस्यों ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया और पवार का इस्तीफा नामंजूर कर दिया।
कमेटी ने नया अध्यक्ष चुनने की बजाय एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर दिया कि हम आपका इस्तीफा नामंजूर करते हैं। वहीं पवार ने कमेटी के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए कुछ दिन का समय मांगा है।
पवार ने 2 मई को दिया था इस्तीफा
शरद पवार ने 2 मई को अचानक पार्टी अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी थी। शरद पवार ने एक कमेटी बनाकर उनका उत्तराधिकारी चुनने की सलाह दी थी, जिसके बाद सेलेक्शन कमेटी का गठन किया गया। 5 मई (शुक्रवार) को हुई सेलेक्शन कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से शरद पवार के इस्तीफे को नामंजूर कर दिया गया।
इस्तीफा देने के चार दिन पहले कही थी ये बात
चार दिन पहले शरद पवार ने कहा था कि रोटी पलटने का वक्त आ गया है। किसी ने मुझसे कहा कि रोटी सही समय पर पलटनी है। न पलटे तो कड़वी हो जाती है। इस बयान पर अजीत पवार ने कहा कि नए चेहरों को आगे लाना NCP की परंपरा रही है।
24 साल से NCP के अध्यक्ष हैं शरद पवार
शरद पवार ने कहा कि 1999 में एनसीपी के गठन के बाद से मुझे अध्यक्ष रहने का मौका मिला। आज इसे 24 साल हो गए हैं। पवार ने कहा कि 1 मई 1960 से शुरू हुई यह सार्वजनिक जीवन की यात्रा पिछले 63 सालों से बेरोकटोक जारी है। इस दौरान मैंने महाराष्ट्र और देश में अलग-अलग भूमिकाओं में सेवा की है।
पवार ने कहा कि मेरा राज्यसभा कार्यकाल तीन साल का बचा है। इस दौरान मैं कोई पद न लेते हुए महाराष्ट्र और देश से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करूंगा।
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