Manisha Dhanwani
20 Dec 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार जमकर बरस रहा है। अब तक प्रदेश में औसतन 14 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 74% अधिक है। लगातार हो रही बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो गया है। नर्मदा, श्यामरी, कटान जैसी नदियां उफान पर हैं, और कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं।
मौसम विभाग ने बुधवार को 35 जिलों में भारी या अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, विदिशा, रायसेन, मंडला, सिवनी, बालाघाट प्रमुख हैं। सबसे ज्यादा बारिश पचमढ़ी में 136 मिमी दर्ज की गई है। वहीं बैतूल, नर्मदापुरम और सीहोर में 2 से 3 इंच तक बारिश हुई।
शिवपुरी में बाइक रपटे पर बह गई, जिसमें एक युवक बहकर तैरकर बच निकला। बैतूल में बोलेरो गाड़ी नदी में बह गई, लेकिन ग्रामीणों ने शिक्षक समेत गाड़ी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
छतरपुर जिले में 5 किसान और एक महिला नदी के बीच टापू पर फंस गए थे, जिन्हें NDRF की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया। मंडला में उफनती नदी पार करते वक्त तीन बाइक सवारों में से एक युवक बह गया, जिसकी तलाश जारी है।
बेतूल, मंडला, नरसिंहपुर, दमोह, टीकमगढ़ और सिवनी में डैमों के गेट खोले गए हैं। बरगी डैम के तीन दिनों में 17 गेट खोले गए। कई जिलों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।
इन जिलों में रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट
रेड अलर्ट: सिवनी, मंडला, बालाघाट
ऑरेंज अलर्ट: डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, रायसेन, बैतूल, दमोह, छतरपुर आदि।
यलो अलर्ट: भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, इंदौर, देवास, खरगोन, रीवा, सीधी, सिंगरौली, शाजापुर, मुरैना आदि।
नरसंहपुर, रायसेन, मंडला, डिंडोरी, शहडोल, अनूपपुर, टीकमगढ़ जैसे जिलों में बाढ़ के हालात हैं। रायसेन के कई हिस्सों में सड़कें और पुल डूब गए हैं। प्रशासन ने डूब क्षेत्र वाले इलाकों में सतर्कता बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, दो ट्रफ लाइन और एक सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते प्रदेश में 12 जुलाई तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। विशेषकर पूर्वी हिस्सों में सिस्टम ज्यादा सक्रिय रहेगा।