मध्य प्रदेश के 3 जिले इस समय खतरे से खाली नहीं है। अगर आप यहां जाने की सोच रहे हैं, तो सावधान हो जाईये, क्योंकि यहां बाघ खुलेआम घूम रहा है। रायसेन, खरगौन और मंडला में बाघ की दहशत इन दिनों बनी हुई है, ऊपर से अब तेंदुआ भी यहां नजर आने लगा है। बाघ को यहां के ग्रामीणों ने भी कई बार देखा है, जिसके बाद उन्हें भी बाघ का डर बना हुआ है।
रिहायशी इलाकों और खेतों में बाघ का मूवमेंट
रायसेन जिले के नेहनल हाईवे 45 पर तेंदुआ दिखा, जिसका लोगों ने वीडियो भी बनाया, इसके अलावा बाघ की मौजूदगी भी यहां रिहायशी इलाकों और खेतों में बनी हुई है। बताया जा रहा है कि बाघ सिंघौरी अभ्यारण्य से भटक गया है। बाघ इन दिनों बाड़ी, बरेली, उरयपुरा,दिमाड़ा, समनापुर, काछी, उटिया, अकोला ग्राम में देखा गया है। जिसके बाद किसान अपनी फसलों को खेतों में जाकर काटने से डर रहे हैं। वहीं, रायसेन जिले का वन अमला भी लगातार बाघ के मूवमेंट पर नजर बनाए रखे है, ताकि वह वापस जगंल में चला जाए।
आदिवासी इलाकों में भी डर का माहौल
खरगौन जिले से सटे महाराष्ट्र की बॉर्डर पर बाघ का मूवमेंट नजर आया है। बाघ की सूचना मिलने से यहां बने आदिवासी इलाकों में भी डर बना हुआ है। बताया जा रहा है, कि ये महाराष्ट्र के यावला येंचुरी की बाघिन है, जो अपने शावक के साथ घूम रही है। हालांकि बाघ के मूवमेंट के बाद खरगौन वन विभाग का अमला सक्रिय है।
कान्हा नेशनल पार्क से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में बाघ का आंतक
मंडला जिले की बात करें तो मंडला में भी कान्हा नेशनल पार्क से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में बाघ का आंतक बना हुआ है। बाघ कई बार रिहायशी इलाकों में देखा गया है। मंडला के भुआ बिछिया सहित कई ग्रामीण इलाकों में बाघ का मूवमेंट है। ग्रामीणों की मानें तो यहां बाघ की संख्या एक से ज्यादा हो सकती है। हाल ही में बाघ ने यहां एक बैल पर हमला भी कर दिया था, लेकिन घर मालिक के हल्ला करने पर बाघ वहा से भाग गया। तब से ही यहां डर का माहौल बना हुआ है।
मध्य प्रदेश में अलग-अलग जगह पर बाघ के मूवमेंट के बाद वन विभाग उन सभी जगहों पर सक्रिय है, जहां-जहां बाघ का मूवमेंट है और इस प्रयास में भी लगा हुआ है कि बाघ से किसी व्यक्ति को या व्यक्तियों से बाघ को नुकसान न पहुंचे।