भोपालमध्य प्रदेश

PWD में सर्जिकल स्ट्राइक, मंत्री के गांव जिले की सड़कें भी मानक पैमाने पर फेल

राजीव सोनी भोपाल। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के इतिहास में पहली बार सड़कों की गुणवत्ता जांचने के लिए दूसरे जोन के 10 चीफ इंजीनियर्स से सागर संभाग के पांचों जिलों में एक ही समय पर औचक निरीक्षण कराया गया। जांच में पांचों जिलों की नई नवेली सड़कें भी मानक पैमाने पर खरी नहीं उतरीं, उनमें तकनीकी तौर पर कई अनियमितताएं मिलीं। इस सर्जिकल स्ट्राइक के बाद एक्जीक्यूटिव इंजीनियर-एसडीओ सहित 5 सब इंजीनियरों को सस्पेंड कर 7 अन्य अफसरों को शोकॉज नोटिस थमाए गए हैं। ठेकेदार और निर्माण कंपनियों को भी ब्लैक लिस्ट किया गया है।

इस कार्रवाई से हड़कंप मचा है। सागर पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव का गृह जिला भी है, मंत्री के गांव- मोहल्ले की सड़कें भी अपेक्षित गुणवत्ता की नहीं पाईं गईं। सभी चीफ इंजीनियर्स को 2 नवीनीकरण कार्य, 2 परफॉर्मेंस गारंटी के काम और एक भवन निर्माण (सीएम राइज) का निरीक्षण और सैंपल लेने का टास्क दिया गया था।

लोक निर्माण विभाग में इस सख्त कार्रवाई को लेकर कई तरह की अटकलें भी चल पड़ी हैं। विभाग की मान्य परंपरा यही है कि जोन का चीफ इंजीनियर ही अपने कार्यक्षेत्र के निर्माण कार्यों की निगरानी करता है और गुणवत्ता के प्रति जवाबदेही तय करता है। बताया जाता है कि विभाग में शीर्ष स्तर पर यह तय किया गया कि संभाग के सभी 5 जिले सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर और टीकमगढ़ में एक साथ छापामार शैली में निरीक्षण कर सैंपल कलेक्ट किए जाएं।

पीडब्ल्यूडी मंत्री के गृह जिले में कार्रवाई से यह भी खुलासा हो गया कि मंत्री के अपने गांव में ठेकेदारइंजी िनयर बेखौफ होकर अनियमितता और फर्जीवाड़ा करने में जुटे थे। जांच करने वाली टीम में नरेंद्र कुमार, वीके आरख, जीपी मेहरा, एआर सिंह, संजय मस्के, एसएल सूर्यवंशी, बीपी बौरासी, संजय खांडे व पीसी वर्मा शामिल थे।

सागर के मोर्चे पर मुखिया

सागर प्रमुख अभियंता नरेंद्र कुमार और एपीडी ग्वालियर वीके आरख पहुंचे थे। रहली के एसडीओ साहित्य तिवारी को शोकॉज नोटिस देते हुए सब इंजीनियर हजारी लाल पटेल व अजमत अली को निलंबित कर दिया गया है। सागर में 2 उपयंत्री को निलंबित कर 4 से स्पष्टीकरण मांगा है। एसडीओ अनिल आठिया की 2 वेतनवृद्धि शोकॉज नोटिस थमाया गया है।

शासकीय धन का दुरूपयोग

टीकमगढ़ के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर आरके विश्वकर्मा को सस्पेंड किया गया है। उनके खिलाफ धन के दुरुपयोग सहित अन्य गंभीर अनियमितताएं मिलीं। दमोह ईई जेपी सोनकर, एसडीओ बीपी खरे को शोकॉज नोटिस और सब इंजीनियर जेपी तिवारी को निलंबित किया गया है। छतरपुर में ईई शुक्ला, आशीष भारती को शोकॉज और उपयंत्री को सस्पेंड किया गया है।

यह मिली गड़बड़ियां

विभागीय सूत्रों का कहना है कि नवीनीकरण कार्य में हार्डशोल्डर नहीं बनाए गए थे। वाटरिंग रोलिंग एवं कम्प्रेशन नहीं किया गया। बीसी कार्य में मटेरियल मानक स्तर का नहीं पाया गया। मामले में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ ब्लैक लिस्ट जैसी कार्रवाई की गई है।

सीधी बात प्रमुख अभियंता नरेंद्र कुमार से

  • पीडब्ल्यूडी में क्या इस तरह की पहली कार्रवाई है?

-हां, संभाग के सभी जिलों में एक साथ एक ही समय पर पहली बार जांच की गई।

  • इस औचक निरीक्षण के पीछे मुख्य वजह क्या रही?

-मुख्यमंत्री और मंत्रीजी की मंशानुसार हमारा फोकस गुणवत्तायुक्त कार्य सुनिश्चित करना है।

  • मंत्री के गृह गांव में भी इंजीनियरठेकेदार बेखौफ,गड़बड़ी पर क्या कहेंगे?

-हां, यह तो है..जिले में कई गड़बड़ियां मिली हैं, हमने दंडात्मक कार्रवाई की है।

  • ऐसी कार्रवाई क्या दूसरे जिलों में भी होगी?

-बिल्कुल, किसी भी जिले में औचक निरीक्षण कर गुणवत्ता जांचेंगे।

  •  औचक निरीक्षण में किस स्तर के अधिकारी बुलाए गए?

– हर जिले में चीफ इंजीनियर स्तर के 2-2 अधिकारियों ने मोर्चा संभाला।

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