भोपालमध्य प्रदेश

विदेशी माता से पैदा हुआ बेटा कभी राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता, प्रॉब्लम DNA का है : मनोज मुंतशिर

भोपाल। तवांग में भारत-चीन के सैनिकों की भिड़ंत के मुद्दे के बीच भारतीय सैनिकों की पिटाई वाले राहुल गांधी का बयान सोमवार को दिन भर चर्चा में रहा। इसकी गूंज भोपाल के रवींद्र भवन में भी सूनाई दी। यहां ‘भारतीय ज्ञान परंपरा का वैश्विक योगदान’ विषय पर आयोजित विमर्श में हिस्सा लेने पहुंचे गीतकार मनोज मुंतशिर ने सैनिकों पर अपमानजनक टिप्पणी करने पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा- विदेशी माता से पैदा हुआ बेटा कभी राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता। प्रॉब्लम डीएनए का है।

उन्होंने कहा- हमें बहुत दुख होता है जब एक ग़ैरज़िम्मेदार राजनेता कहता है कि हमारे देश के सैनिकों को चीन के सैनिक पीट रहे हैं। इतनी शर्मनाक भाषा का प्रयोग कोई कैसे कर सकता है? लेकिन मैं उसे क्या दोष दूँ। मैंने चाणक्य को पढ़ा है। उनका स्टेटमेंट कोट कर रहा हूँ। उन्होंने कहा है कि विदेशी माता से पैदा हुआ बेटा कभी देशभक्त नहीं हो सकता है। प्रॉब्लम DNA का है।

दरअसल, राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते जयपुर में पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया था कि चीन ने भारत के 2,000 वर्ग किमी क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। 20 भारतीय जवानों की जान ले ली और ‘अरुणाचल प्रदेश में हमारे जवानों की पिटाई कर रहा है। इसे लेकर भाजपा और सरकार ने भी उन्हें घेरा है।

भारत का अर्थ समझाया

भारत का मतलब समझाते हुए मुंतशिर ने कहा कि यह दो शब्दों से मिलकर बना है। ‘भा’ और ‘रत’। भा का मतलब संस्कृत में प्रकाश और रत का मतलब जुटा हुआ। यानी जो प्रकाश की खोज में निरंतर जुटा हुआ है वो भारत है।

पठान पर बोले – फिल्म बनाते वक्त एहतियात जरूरी

पठान फिल्म को लेकर मचे विवाद पर कहा कि जब आप कोई फिल्म बनाते हैं तो एहतियात बहुत जरूरी है। आपको इतना ध्यान रखना पड़ेगा कि इस देश का जनमानस किसी भी तरह से आहत न हो। हम सबकी बड़ी जिम्मेदारी है। हम तक कोई सूचना पहुंचे, उस पर रिएक्ट करने से पहले एक बार पढ़ें। उसके बारे में जानें। अगर वह मुद्दा आगे बढ़ाने लायक है, तो उस पर बात आगे हो। लेकिन सिर्फ वॉट्सएप पर सूचना आने के सहारे में आने नहीं बढ़ना चाहिए।

जन नायक किसी एक जाति विशेष का नहीं हो सकता

मैं गर्व से कहता हूं कि मैं ब्राह्मण हूं। इस बारे में पूछे जाने पर मनोज ने कहा कि मैंने कई वीडियो और भी बनाए हैं। मैंने जैनिज्म, हल्दी घाटी सीरीज, महाराणा प्रताप पर भी वीडियो किए हैं। लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा। जातिवाद एक हिंदू जातिवादी नहीं हो सकता। हम पूरी दुनिया को अपना मानते हैं। जो भी इस धरती पर पैदा हुआ, उस प्राणी से हमें प्रेम है। भगवान राम क्षत्रियों के आइकन या भगवान कृष्ण सिर्फ यादवों के आइकन नहीं हैं। इस तरह की बात फैलाई जा रही है, तो यह बातें झूठीं हैं, जो भी इस देश का जन नायक है, वह किसी एक कौम या जाति विशेष का नहीं हो सकता, जन नायक सबका होता है। लेकिन यह भी सच है कि उसको अपनी जाति, अपना धर्म पर गर्व करने का अधिकार है।

जवानों के लिए पिटाई शब्द का इस्तेमाल गलत : जयशंकर

राहुल के पिटाई वाले बयान पर सोमवार को लोकसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा- जवानों के लिए ‘पिटाई’ शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। उनका अपमान नहीं होना चाहिए। जवानों का सम्मान, आदर होना चाहिए और उनकी सराहना होनी चाहिए। विदेश मंत्री ने कहा कि राजनीतिक मतभेद और आलोचनाएं हो सकती हैं, उसमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन ‘हमें प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपने जवानों की निंदा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे जवान 13,000 फीट की ऊंचाई पर सीमा की रक्षा कर रहे हैं। उनके लिए पिटाई जैसे शब्द का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है।

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