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Patra Chawl Scam: संजय राउत के घर पहुंची ED की टीम, शिवसेना सांसद बोले- ‘मैं मर भी जाऊं तो…’

शिवसेना सांसद संजय राउत पर रविवार सुबह बड़ी कार्रवाई हुई है। राउत के मुंबई के भांडुप स्थित घर पर ED की टीम पहुंच गई है। महाराष्ट्र के 1034 करोड़ के पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में ED की टीम संजय राउत से पूछताछ कर रही है। राउत के अलावा उनके परिवार से भी पूछताछ की जा सकती है। टीम में करीब 10 से 12 अफसर हैं। इसी बीच संजय राउत ने एक ट्वीट किया है।

दो बार किया जा चुका है तलब

उन्हें 1 जुलाई को हुई पूछताछ के बाद 20 और 27 जुलाई को तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने अपने वकीलों के जरिए सूचना भेजी कि संसद सत्र के कारण वह 7 अगस्त के बाद ही पेश हो सकते हैं। ईडी इस मामले में दादर और अलीबाग में राउत की संपत्तियों को कुर्क कर चुकी है। ऐसे में उन पर जांच में सहयोग न करने का आरोप है।

माना जा रहा है कि ईडी की टीम राउत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर सकती है। बता दें, शिंदे गुट के नेताओं के खिलाफ उद्धव ठाकरे गुट की ओर से दायर याचिका पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।

संजय राउत बोले- मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा

ED की कार्रवाई शुरू होने के बाद संजय राउत ने ट्वीट करके अपनी सफाई दी। राउत ने कहा- मेरा किसी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। मैं शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की शपथ लेकर यह कह रहा हूं। बालासाहेब ने हमें लड़ना सिखाया है। मैं शिवसेना के लिए लड़ना जारी रखूंगा। यह झूठी कार्रवाई है, झूठा सबूत है। मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा। मैं मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा।

राउत के घर के बाहर समर्थक मौजूद

संजय राउत के घर पर जैसे ही ईडी की टीम के पहुंचने की खबर सामने आई। उनके समर्थक भी उनके घर ‘मैत्री’ के बाहर जमा होना शुरू हो गए। कार्यकर्ता केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।

क्या है पात्रा चॉल घोटाला

  • यह मामला मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल से जुड़ा है। यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी का भूखंड है। इसमें करीब 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है।
  • इस केस में संजय राउत की नौ करोड़ रुपए और राउत की पत्नी वर्षा की दो करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त हो चुकी है। आरोप है कि रीयल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों से धोखा किया।
  • एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस भूखंड पर 3000 फ्लैट बनाने का काम मिला था। इनमें से 672 फ्लैट पहले से यहां रहने वालों को देने थे। शेष एमएचएडीए और उक्त कंपनी को दिए जाने थे, लेकिन वर्ष 2011 में इस विशाल भूखंड के कुछ हिस्सों को दूसरे बिल्डरों को बेच दिया गया था।
  • जांच में सामने आया कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने गैरकानूनी तरीके से 1,034.79 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की। आगे चलकर उसने गैरकानूनी तरीके से ही इस रकम को अपने सहयोगियों को ट्रांसफर कर दी।

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कैसे उजागर हुआ मामला

  • दरअसल, वर्ष 2020 में महाराष्ट्र में सामने आए PMC बैंक घोटाले की जांच हो रही थी। तभी प्रवीण राउत की उक्त कंस्ट्रक्शन कंपनी का नाम सामने आया था। तब पता चला कि बिल्डर राउत की पत्नी के बैंक खाते से संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को 55 लाख रुपए का कर्ज दिया गया था।
  • आरोप है कि संजय राउत ने इसी पैसों से दादर में एक फ्लैट खरीदा था। प्रवीण राउत गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक हैं।
  • ED के मुताबिक, प्रवीण राउत ने राकेश वधावन और सारंग वधावन के साथ मिलकर हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की हेराफेरी की है।
  • ED ने प्रवीण राउत और उसके करीबी सुजीत पाटकर से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी। प्रवीण राउत और संजय राउत कथित तौर पर दोस्त हैं।
  • वहीं, सुजीत पाटकर को भी संजय राउत का करीबी माना जाता है। सुजीत पाटकर संजय राउत की बेटी के साथ एक वाइन ट्रेडिंग कंपनी में पार्टनर भी है।

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