
भोपाल। प्रदेश के मुख्यमंत्री सचिवालय में पहली बार अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी की पोस्टिंग की गई है। इस तरह की व्यवस्था उत्तरप्रदेश और राजस्थान में पहले से चली आ रही है। लेकिन, वर्तमान स्थिति में प्रदेश अपने आप में ऐसा पहला राज्य है जहां दो प्रमुख सचिव होंगे। वहीं सीएम सचिवालय में आईएएस अफसरों की संख्या 5 से बढ़कर 8 हो गई है। इसके साथ ही डॉ. मोहन यादव का मुख्यमंत्री कार्यालय पूर्ववर्ती सरकारों की अपेक्षा सबसे सशक्त हो गया है। मुख्यमंत्री सचिवालय में अब दो प्रमुख सचिव तथा एक अपर मुख्य सचिव पदस्थ किए गए हैं।
लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नवाचार करते हुए सीएम सचिवालय में पहली बार अपर मुख्य सचिव के तौर पर डॉ. राजेश राजौरा की पोस्टिंग की। एसीएस के अलावा सीएम सचिवालय में एक और प्रमुख सचिव संजय शुक्ला को पदस्थ किया गया है। मुख्यमंत्री सचिवालय में प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह पहले से पदस्थ हैं। इस तरह अब यहां दो प्रमुख सचिव हो गए हैं।
अब यह है सीन
एसीएस और पीएस के आलावा अन्य पदों पर भी पोस्टिंग लगभग पूरी हो चुकी है। वर्तमान में सचिव भरत यादव, अपर सचिव अविनाश लवानिया, चंद्रशेखर बालिंबे और लक्ष्मण मरकाम हैं। उप सचिव स्तर में आईएएस अदिति गर्ग और अंशुल गुप्ता हैं जबकि राप्रसे के कमल सोलंकी और ह्दयेश श्रीवास्तव हैं। विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी आईपीएस राजेश हिंगणकर के अतिरिक्त सेवानिवृत्त आईएएस महेशचंद्र चौधरी हैं। लोकेश शर्मा, आलोक सोनी और आशीष खरे संयुक्त कलेक्टर ओएसडी हैं। अवर सचिव केवल राम धुर्वे, आदित्य कुमार शर्मा तथा संदीप अस्थाना हैं।
सचिवालय में परिवर्तन की संभावना: मंत्रालय में चर्चा है कि एसीएस की पोस्टिंग होने के बाद सीएम सचिवालय में नई जमावट हो सकती है। इसमें कुछ उप सचिव बदले जा सकते हैं। माना जा रहा है कि उप सचिव को अन्य किसी विभाग की जिम्मेदारी से मुक्त रखा जाएगा।