
ग्वालियर। करोड़ों की लागत से बने राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट के घटिया निर्माण की पोल पहली बरसात ने खोलकर रख दी है। बुधवार की रात से गुरुवार सुबह तक हुई बरसात से एयरपोर्ट के अंदर पानी भरा हुआ था। जब एयरपोर्ट प्रबंधन के अधिकारी सुबह पहुंचे और उन्होंने पानी भरा देखा तो तत्काल हरकत में आ गए और छत के लीकेज को ठीक कराया। पानी का लीकेज उस जगह हो रहा था, जहां से पैसेंजर एयरपोर्ट के अंदर दाखिल होते हैं। एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग बनने का काम अक्टूबर 2022 में शुरू हुआ था। पीएम नरेंद्र मोदी ने 10 मार्च 2024 को वर्चुअली नए एयरपोर्ट का लोकार्पण किया था। एयरपोर्ट से एयर इंडिया एक्सप्रेस, इंडिगो और एलाइंस एयर कंपनियों की फ्लाइट ों का संचालन होता है।
टर्मिनल की खासियत
500 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार एयरपोर्ट 100 एकड़ के एरिया में फैला हुआ है, जिसमें 1500 यात्रियों की क्षमता है, साथ ही 700 गाड़ियों की पार्किंग की क्षमता है। यहां एक साथ 13 फ्लाइट लैंड कर सकेंगी। इस एयरपोर्ट में 9 एयरबस और 4 एटीआर की जगह है। एयरपोर्ट पर आधुनिक चेक इन काउंटर्स, चाइल्ड केयर रूम, वीआईपी लाउंज, स्नैक्स बार, एटीएम, चिकित्सा सुविधा के साथ ही पब्लिक एमेनिटीज की सारी सुविधाएं हैं।
दिल्ली और अयोध्या एयरपोर्ट में भी हुए लीकेज
इससे पहले दिल्ली और अयोध्या एयरपोर्ट में भी बरसात के कारण जलभराव हो गया था । वहीं दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सीलिंग भी एक कार पर गिर गई थी। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी। हाल में गुजरात के राजकोट के हीरासर स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टर्मिनल के बाहर पैसेंजर पिकअप- ड्रॉप एरिया में लगी कैनोपी ढह गई थी।
जबलपुर में कार पर गिरा था ड्रॉप एंड गो जोन का शेड
जबलपुर। 27 जून को सुबह डुमना एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग की पार्किंग में एक केनोपी टूटने से नीचे खड़ी कार क्षतिग्रस्त हो गई थी। केनोपी में पानी भर गया था, जिसके कारण वो टूट गई। इससे पानी नीचे इतनी तेजी से गिरा कि कार का उपरी हिस्सा पूरी तरह से टूट गया। केनोपी का क्लिप टूट जाने से पाइप उखड़ गया और ऊपर भरा पानी पार्किंग में खड़ी कार में गिरा, जिससे कार क्षतिग्रस्त हो गई थी।
लीकेज ठीक करा दिया गया
छत में लीकेज के कारण बरसात का पानी एयरपोर्ट पर भर गया था, जिसे ठीक करा दिया गया है। – काशीनाथ यादव, डायरेक्टर एयरपोर्ट अथॉरिटी