
भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MANIT) कॉलेज में देर रात जमकर हंगामा हुआ। जहां छात्रों के 2 गुटों में मारपीट हुई। विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि कॉलेज में पुलिस को बुलाना पड़ा। इसके बाद जब पुलिस मौके पहुंची तो कॉलेज के स्टूडेंट पुलिस पर ही गंभीर आरोप लगाने लगे।
कॉलेज के सीनीयर स्टूडेंट पर आरोप
MANIT के स्टूडेंट्स कॉलेज के सीनीयर स्टूडेंट और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है। स्टूडेंट्स का कहना है कि आए दिन हमारी रैगिंग होती है। रैगिंग की आड़ में कई गलत काम करने को कहा जाता है। इतना ही नहीं हमें बुरी तरह पीटा भी जाता है और अभ्रद गालियां भी दी जाती है। जिसके चलते जूनियर और सीनियर छात्रों में विवाद मच गया था।
स्टूडेंट्स के पुलिस पर गंभीर आरोप
कॉलेज स्टूडेंट्स ने पुलिस वालों पर भी आरोप लगाते हुए कहा है कि डायरेक्टर के इशारे पर पुलिस ने छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है। इतना ही नहीं पुलिस ने निर्दोष छात्रों के साथ भी मारपीट की है। कैंपस में अपने रूम में पढ़ाई कर रहे छात्रों को भी पुलिस ने रूम में घुसकर पीटा, जिसकी वजह से पूरे कॉलेज में डर का माहौल बना हुआ है। बता दें कि घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पुलिस छात्रों पिटते हुए दिखाई दे रही है।
पुलिसकर्मियों को उकसाने के वीडियो आए सामने
अब घटना के कुछ नए वीडियोज भी सामने आए हैं, जिसमें दिखाई दे रहा है कि बड़ी संख्या में छात्र इकठ्ठा हुए थे और पुलिस के खदेड़ने के बाद किस तरह से यहां अफरा तफरी मची। वहीं कुछ छात्र पुलिसकर्मियों को उकसाते दिखे, साथ ही अभद्रता भी की।
क्या है पूरा मामला ?
बता दें पूरा मामला रैगिंग का है। बताया जा रहा है कि कुछ सीनियर छात्र कई दिनों से जूनियर छात्रों की रैगिंग ले रहे थे। जिससे परेशान होकर जूनियर छात्रों ने सीनियरों की पिटाई कर दी। इसी बात को लेकर जमकर बवाल हुआ। दो गुटों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गई। कैंपस में चारों तरफ अफरा तफरी का माहौल बन गया। बवाल को शांत करने के लिए कॉलेज प्रशासन ने कमला नगर थाने पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहंची पुलिस ने मामला तो शांत किया।
मामले में पुलिस ने कहा-
मामले में पुलिस का कहना है कि यह विवाद गाड़ी से टक्कर के बाद शुरू हुआ, जिसमें कई छात्र घायल हो गए। एडिशनल डीसीपी रश्मि अग्रवाल दुबे ने बताया कि देर रात छात्रों के बीच झगड़े की सूचना मिली थी। तुरंत ही कमला नगर थाने की पुलिस और अन्य बल को मौके पर भेजा गया, जिससे स्थिति को नियंत्रित किया जा सका। फिलहाल इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
घटना के बाद कई छात्र संगठनों और अभिभावकों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। छात्रों का चाहिए आरोप है कि, उनके साथ अन्याय हुआ है और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी । वहीं, पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
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