बिना लाइसेंस या खराब क्वालिटी की पानी बॉटल बेचने वाले अब जबलपुर प्रशासन के रडार पर हैं। कलेक्टर इलैयाराजा टी के निर्देश हैं कि गर्मी के मौसम को देखते हुए पैकेज ड्रिंकिंग वॉटर, कोल्ड ड्रिंक, बर्फ, आइसक्रीम, लस्सी, जूस आदि पेय पदार्थों की गुणवत्ता की जांच के लिए अभियान चलाया जाए। इसी कड़ी में जबलपुर में कई जगहों पर अधिकारियों ने औचक निरीक्षण शुरू कर दिया है।
मझगवां में आशी एक्वा प्लांट सील
मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत खाद्य सुरक्षा अधिकारियों एवं खमरिया पुलिस ने बुधवार शाम वर्धाघाट मझगवां स्थित आशी एक्वा इंटरप्राइजेस का औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों ने पाया कि यहां बीआईएस एवं FSSI लाइसेंस के बिना ही पानी का प्लांट संचालित किया जा रहा था। जिसके बाद अधिकारियों ने पुलिस के साथ ड्रिंकिंग वॉटर प्लांट को सील कर दिया और पानी पाउच के निर्माण एवं विक्रय पर रोक लगा दी।
पैकेजिंग में नहीं थी कोई भी जानकारी
खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवकी सोनवानी के अनुसार पानी पाउचों पर पैकेजिंग डेट, बैच नंबर एवं बेस्ट बिफोर भी अंकित नहीं पाया गया। उन्होंने बताया कि मौके पर वीरेंद्र दुबे द्वारा संचालित प्लांट से परीक्षण हेतु पानी पाउच के नमूने भी लिए गए और 250 बोरी पानी के पाउच जब्त किए गए हैं। कार्रवाई के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव, माधुरी मिश्रा, सारिका दीक्षित व मुकुंद झारिया उपस्थित थे।
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हो सकती हैं गंभीर बीमारियां
एक्सपर्ट्स के मुताबिक गंदा पानी पीने से बैक्टीरियल व वायरल इंफेक्शन हो सकता है। बैक्टीरियल इंफेक्शन से हैजा, टाइफाइड, पेचिश जैसी बीमारियां आसानी से आपको अपना शिकार बना सकती हैं। वहीं पानी से हुए वायरल इंफेक्शन के कारण हेपेटाइटिस-ए, फ्लू, कॉलरा और पीलिया जैसी खतरनाक बीमारियां होती हैं।