
राजीव सोनी। मध्यप्रदेश में अवैध उत्खनन और टैक्स चोरी को लेकर आयकर विभाग ने शुक्रवार को सीहोर, अनूपपुर, सिंगरौली और भिंड जिले के माइनिंग दफ्तरों पर छापामारी की। अधिकारियों ने यहां से कई दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। मामला करीब 2,500 करोड़ रुपए से अधिक के रेवेन्यू पर TCS (टैक्स कलेक्शन ऐट सोर्स) जमा न करने का है।
कुल राजस्व पर 2% TCS जमा होना था
भिंड जिले में तो विभाग ने टीसीएस काटकर अपने पास ही रख लिया। सिंगरौली में सबसे ज्यादा अवैध उत्खनन हुआ। यहां 1,600 करोड़ रुपए की माइनिंग को रेगुलराइज किया गया। आयकर की टीडीएस विंग की इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप की स्थिति है। आयकर एक्ट के अनुसार कुल राजस्व पर 2 प्रतिशत टीसीएस जमा किया जाना था।
चारों जिलों में एक साथ कार्रवाई
आयकर विभाग की टीडीएस विंग ने चारों जिलों में एक साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया। चारों जिलों में जिला माइनिंग ऑफिसों में अवैध उत्खनन के सभी मामले जो रेगुलर किए गए उनका रिकॉर्ड बरामद किया गया। इसी तरह उत्खनन से प्राप्त राजस्व में टीसीएस कटौती का जब रिकार्ड मांगा गया तो उसका रिकॉर्ड ही नहीं मिला। भिंड में विभाग ने अवैध उत्खनन के जिन मामलों को पकड़कर जुर्माने के साथ राजस्व वसूला वह राशि करीब 70 करोड़ की मिली। इस पर डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड (डीएमएफ) और टीसीएस कटौती का रिकार्ड व्यवस्थित नहीं मिला।
टीसीएस काटा, जमा नहीं किया
खनिज साधन विभाग ने सीहोर जिले में अवैध उत्खनन के मामलों में 82 करोड़ रुपए वसूले। इसके अलावा 9 करोड़ रुपए डीएमएफ के वसूले। लेकिन, आयकर विभाग में टीसीएस जमा नहीं किया गया। भिंड में वसूल की गई राशि पर टैक्स के रूप में टीसीएस कटौती की गई, लेकिन यह राशि आयकर विभाग में जमा नहीं की गई। इसी तरह अनूपपुर में 49 करोड़ रुपए की राशि अवैध उत्खनन के मामलों में वसूली गई थी। यहां 7 करोड़ रुपए डीएमएफ का मिला।
50 करोड़ पर ब्याज और जुर्माना
आयकर विभाग की इस कार्रवाई से अन्य जिलों में हड़कंप की स्धिति है। बताया जाता है कि 2500 करोड़ रुपए की रिवेन्यू पर 50 करोड़ रुपए आयकर का टैक्स निकलेगा और इस राशि पर ब्याज और जुर्माना भी जुड़ेगा। इस तरह यह राशि बढ़कर दो गुना से ज्यादा भी हो सकती है।
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