
इंदौर। क्राइम ब्रांच द्वारा एनर्जी घोटाले में 3 आरोपियों को सूरत और कोटा से छापामार कार्रवाई करते हुए पकड़ा है। गिरोह के तार दुबई और ब्रिटेन से जुड़ने की पूरी संभावना है। आरोपी डार्कनेट और वीपीएन का प्रयोग कर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों के खिलाफ 130 लोगों की शिकायत के बाद यह धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है।
शातिर ठग अंतर्राष्ट्रीय जालसाज है, क्योंकि आरोपी डार्कनेट और वर्चुअल पॉवर नेट का प्रयोग करते थे। इस गिरोह द्वारा ओडिशा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान एवं दिल्ली के खातों में धोखाधड़ी का पैसा डाला जाता था। आरोपी अब तक कई लोगों को झांसा दे चुके हैं।
क्या है मामला ?
गौरतलब है कि आरोपी पूरे देशभर से जीई रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी सैकड़ों करोड़ रुपए खातों में जमा करवाकर रातों-रात फोन और वेबसाइट बंद कर फरार हो गए। शिकायत पर पुलिस ने मोबाइल नंबर और खातों के आधार पर गुजरात और राजस्थान में छापे मारे। जिसके बाद पुलिस ने राजस्थान से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने जीई रिन्यूएबल एनर्जी के नाम से कंपनी बनाई थी। वाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को लिंक भेजी और कहा कि कंपनी में निवेश करने पर डबल मुनाफा मिलेगा।
करोड़ों लेकर रातों-रात फरार हुई कंपनी
आरोपियों ने शुरुआत में मुनाफा भी दिया। बाद में एक-दूसरे को जोड़ने का प्रस्ताव दिया और कहा कि कमीशन मिलेगा। लोगों के अकाउंट बना लिए, जिसमें कमीशन की राशि भी दर्शायी गई थी। लेकिन नवंबर 2022 में आरोपियों ने कुछ दिनों के लिए स्कीम निकाली और करोड़ों रुपए लेकर रातों-रात फरार हो गए।
फिलहाल, अंतर राज्य धोखेबाज गिरोह के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन, पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। पुलिस को आशंका है कि आरोपी विदेशों में बैठकर इस गिरोह का संचालन कर रहे हैं।